पाकिस्तान में कच्चे तेल का भंडार या सिर्फ शिगूफा है ट्रंप का दावा? दशकों से सिर्फ क्लेम ही कर रहा पाक

पाकिस्तान के साथ दोस्ती की पींगे बढ़ा रहे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वहां तेल खोज को लेकर जो दावा किया है वह शिगूफा से ज्यादा कुछ ज्यादा नहीं लगता। ट्रंप से पहले पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान, उसके पहले सैनिक शासक परवेज मुशर्रफ व सैन्य तानाशाह जिया उल हक ने भी अपने अपने कार्यकाल में पाकिस्तान में पेट्रोलियम उत्पादों के बड़े भंडार खोजने का दावा किया था लेकिन यह दावा कभी हकीकत का रूप नहीं ले सका।
यह भी आश्चर्यजनक तथ्य है कि इंटरनेशनल इनर्जी फोरम (आईईएफ) , ब्रिटिश पेट्रोलियम, ओपेक जैसे किसी एजेंसी की आज तक की एक भी रिपोर्ट में पाकिस्तान में उल्लेखनीय पेट्रोलियम भंडार की बात नहीं कही गई है।
भारत में अरबों बैरल का भंडार
दूसरी तरफ इन एजेंसियों की पिछली कई रिपोर्टों में पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय की तरफ से भारत में अभी तक की खोजों के आधार पर यहां कच्चे तेल का 4.73 अरब बैरल और 1138.6 अरब घन मीटर गैस होने के वैज्ञानिक दावे को सही ठहराया गया है। वर्ष 2024 में एसएंडपी की एक रिपोर्ट में भारत के चार नये तेल ब्लॉकों महानदी, अंडमान, बंगाल और केरल-कोंकन में 22 अरब बैरल कच्चे तेल होने की बात कही थी।
देश के ऊर्जा क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञ नरेन्द्र तनेजा ने दैनिक जागरण को बताया कि, ‘तेल की दुनिया में एक कहावत है कि ‘यहां तेल 80 फीसद राजनीतिक है’ लेकिन जिस तरह से ट्रंप पाकिस्तान में तेल भंडार को लेकर बात कर रहे हैं उससे लगता है कि यहां 99 फीसद राजनीति हो रही है। तेल जगत में इसे कोई गंभीरता से नहीं ले रहा।
झूठे दावे कर रही है पाक सरकार
उन्होंने कहा, ‘असलियत में पाकिस्तान सरकार पिछले एक साल से दुनिया भर में घूम घूम कर बता रही है कि उसके यहां बड़े तेल भंडार मिले हैं लेकिन यह कहां मिले हैं, कितना भंडार है, कितना प्रमाणिकता है, इस बारे में कुछ नहीं बताया गया। इन दावे की तेल की दुनिया में कोई महत्व नहीं है। पिछले 20 वर्षों में कई बार पाकिस्तान में बड़े तेल या प्राकृतिक गैस के भंडार मिलने की बात की गई है लेकिन कभी प्रमाणित नहीं हुई। कई विदेशी कंपनियां खोज में असफल होने के बाद वहां से जा चुकी हैं।’
हाल के समय में मार्च, 2019 में तत्कालीन पीएम इमरान खान ने एक बड़े सार्वजनिक समारोह में दावा किया था कि, ‘पाकिस्तान में कराची के पास एक बहुत ही बड़ा भंडार खोजा जा चुका है। पूरे देश को प्रार्थना करनी चाहिए और मैं जल्द ही इस बारे में खुशखबरी पूरे देश को दूंगा। यह भंडार इतना बड़ा होगा कि हमें बाहर से गैस आयात करने की जरूरत नहीं होगी।’
कराची में नहीं मिला कोई भंडार
पूर्व पीएम जिस गैस ब्लॉक की बात कर रहे थे वहां अमेरिकी कंपनी एक्सोन मोबिल और इटली की पेट्रोलियम कंपनी ईएनआई खुदाई कर रहे थे। इसके तीन महीने बाद ही जिस ब्लॉक में खुदाई व खोज का काम हो रहा था वहां कुछ नहीं मिला और अब बंद कर दिया गया है।
हालांकि इसके बाद फिर तुर्की के साथ मिल कर कराची से दूर समुद्री इलाके में नये सिरे से तेल खोज का काम शुरू किया गया है। पाकिस्तान सरकार की आधिकारिक रिपोर्ट में वर्ष 2016 में यह दावा किया गया कि उसके पास 35.5 करोड़ बैरल का प्रमाणित तेल भंडार है जबकि भारत के पास प्रमाणित भंडार 4.73 अरब बैरल का है।