‘पाकिस्तान ने परमाणु शक्ति का इस्तेमाल आतंकियों को बचाने में किया’, बैजयंत पांडा का आरोप

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला औऱ कहा कि ‘1980 से पाकिस्तान अपने बजट का 20-25 प्रतिशत हिस्सा रक्षा क्षेत्र में खर्च कर रहा है। पाकिस्तान की 80 फीसदी अर्थव्यवस्था कर्ज पर है। उनकी अर्थव्यवस्था इस स्थिति में है कि वे कभी भी अगले सोमालिया और सूडान हो सकते हैं।’
भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व वाला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अल्जीरिया के दौरे पर है। शनिवार को अल्जीरियाई मीडिया को संबोधित करते हुए बैजयंत पांडा ने कहा कि पाकिस्तान अपनी परमाणु शक्ति का इस्तेमाल आतंकियों को बचाने में कर रहा है। भारतीय सांसदों के सात प्रतिनिधिमंडल इन दिनों दुनिया के कई देशों का दौरा कर आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे हैं।
ओसामा बिन लादेन का दिया उदाहरण
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अल्जीरिया के मीडिया, थिंक टैंक के सदस्यों और भारतीय समुदाय से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान बैजयंत पांडा ने कहा कि ‘पाकिस्तान खुलेआम आतंकी गतिविधियों को समर्थन दे रहा है। ये सिर्फ मैं नहीं कह रहा हूं बल्कि यह पूरे इंटरनेट पर है। पाकिस्तान ने पूर्व में भी कई बार आतंकियों का साथ दिया है।’ ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान से मिलने का उदाहरण देते हुए पांडा ने कहा कि ‘याद करिए ओसामा बिन लादेन को।
कई वर्षों तक वे उसके बारे में झूठ बोलते रहे, जब तक अमेरिका ने हस्तक्षेप करके उसे नहीं पकड़ा। पाकिस्तान अब भी ऐसा कर रहा है और अब एक नहीं 52 ओसामा बिन लादेन हैं।’ भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य ने बताया कि ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में, जिसमें अल्जीरिया भी सदस्य है, कई आतंकियों और आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाया था। उनमें से 52 आतंकी संगठन और आतंकी आज भी पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं।’
‘पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था खतरे में, अगला सोमालिया और सूडान हो सकता है’
प्रतिनिधिमंडल में शामिल भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला औऱ कहा कि ‘1980 से पाकिस्तान अपने बजट का 20-25 प्रतिशत हिस्सा रक्षा क्षेत्र में खर्च कर रहा है। पाकिस्तान की 80 फीसदी अर्थव्यवस्था कर्ज पर है। उनकी अर्थव्यवस्था इस स्थिति में है कि वे कभी भी अगले सोमालिया और सूडान हो सकते हैं। जो भी देश पाकिस्तान को पैसे दे रहे हैं, उन्हें अपना पैसा गंवाना होगा।’ निशिकांत दुबे ने कहा कि ‘1972 में हमने पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को वापस भेजा था, लेकिन हमारे 54 सैनिक अभी भी पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं और वे आज तक वापस नहीं आ सके हैं। ये पाकिस्तान है और इसी वजह से हम यहां हैं।’
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसद रेखा शर्मा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब हमें इस चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने हर बार लड़ाई शुरू की, लेकिन उसे खत्म हमनें किया है और वो भी अपनी शर्तों पर और इस बार भी ऐसा ही हुआ। इस प्रतिनिधिमंडल में बैजयंत पांडा के अलावा निशिकांत दुबे, रेखा शर्मा, एस फांगनोन कोन्यांक, असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद और पूर्व विदेश सचिन हर्षवर्धन श्रंग्ला शामिल हैं।