केपटाउन के मैदान पर पांड्या के आगे सब बल्लेबाज हुए फेल, बनाया ‘तेज हाफ सेंचुरी’ का रिकॉर्ड

केपटाउन के न्यूलैंड्स के मैदान पर पहले टेस्ट में जब पिच पर टीम इंडिया के धुरंधर बल्लेबाजों के पैर जम नहीं पा रहे थे, उस समय टीम के बल्लेबाज हार्दिक पांड्या ने अपने बल्ले से अफ्रीकी गेंदबाजों को ऐसा दहलाया कि संकट में फंसी टीम इंडिया के चेहरे पर मुस्कान आ गई. जब टीम का सातवां विकेट गिरा उस समय टीम का स्कोर 92 रन था. लग रहा था कि टीम इंडिया बहुत बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच पाएगी. लेकिन हार्दिक पांड्या के इरादे कुछ और ही थे.
हार्दिक पांड्या ने जब पारी की शुरुआत की उस समय वह जरूर कुछ लड़खड़ाए, लेकिन उन्होंने जल्द ही अपने आप को संभाला और अपने बल्ले से प्रहार करना शुरू कर दिया. एक एक कर रन उनके बल्ले से बरसने लगे. एक समय ऐसा भी आया कि कोई भी बल्लेबाज उन पर असर नहीं डाल पा रहा था.
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उन्होंने मात्र 46 बॉल में अपने 50 रन पूरे कर लिए. उन्होंने अपनी अर्धशतकीय पारी में 13 चौके और 1 छक्का जमाया. दक्षिण अफ्रीका की धरती पर भारत की ओर से सबसे तेजी से अर्धशतक जमाने वालों में वह तीसरे नंबर पर आ गए हैं.
दक्षिण अफ्रीका की धरती पर अब तक सबसे तेज अर्धशतक टेस्ट में महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर है. धोनी ने सेंचुरियन मैदान पर 2010 में 40 गेंदों में अर्धशतक जमाया था. दूसरे नंबर पर वीरेंद्र सहवाग हैं. उन्होंने 46 गेंदों में 2010 में सेंचुरियन में ही अर्धशतक बनाया था. अब पांड्या भी इस रेस में 46 गेंदों पर 50 बनाकर शामिल हो गए हैं.
15 के स्कोर पर कैच छोड़ना अफ्रीका को पड़ा भारी
मैच में हार्दिक पांड्या थोड़े भाग्यशाली भी रहे. जब वह 15 रन के स्कोर पर खेल रहे थे, उस समय डेल स्टेन की गेंद पर डीन एल्गर ने स्लिप में उनका कैच छोड़ दिया. अगर उस समय वह कैच हो जाता तो मैच का रुख दूसरा होता.