पहली बारिश में 13 लाख का चेक डैम बहा

कैमूर जिले के चैनपुर प्रखण्ड के करकटगढ़ पहाड़ी क्षेत्र में जिला परिषद द्वारा बनाए गए 13 लाख रुपये के चेक डैम की बरसात की पहली बारिश में ही तबाही हो गई। यह डैम 15वीं वित्तीय योजना के तहत किसानों को सिचाई सुविधा देने के लिए बनाया गया था।
कैमूर जिले के चैनपुर प्रखण्ड के करकटगढ़ पहाड़ी क्षेत्र में जिला परिषद द्वारा बनाए गए 13 लाख रुपये के चेक डैम की बरसात की पहली बारिश में ही तबाही हो गई। चेक डैम 15वीं वित्तीय योजना के तहत बनाया गया था और इसका उद्देश्य बरसात के पानी को रोक कर किसानों को खेतों में सिचाई की सुविधा देना था।
हालांकि, यह डैम एक साल भी नहीं चला और भारी बारिश में बह गया। घटना से स्थानीय किसान और विकास कार्यों की निगरानी कर रहे लोग सकते में हैं। जिला परिषद के सदस्य बल्लू राम मस्तान ने कहा कि लगातार बारिश के कारण चेक डैम के दोनों तरफ का बाहि बह गया और इसे लेकर स्थानीय लोग निराश हैं। उन्होंने बताया कि डैम जिला परिषद के इंजीनियरों की देखरेख में बनाया गया था।
इस मामले पर जिला परिषद के कार्यपालक अभियंता ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है और देश के कई राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी ऐसी बाढ़ आपदाएँ आती रहती हैं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में जाकर स्थिति का निरीक्षण किया जाएगा और आगे कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञ और स्थानीय लोगों ने बिहार सरकार की योजनाओं पर खर्च हो रही राशि की सुरक्षा और कार्यान्वयन को लेकर चिंता जताई है। 13 लाख रुपये की लागत वाला यह डैम पहली बारिश में टूट जाने के कारण अब यह सवाल उठता है कि क्या निर्माण में लापरवाही हुई। जिला परिषद ने बताया कि इस योजना को फिर से पास कर नए सिरे से निर्माण किया जाएगा। यह घटना बिहार में विकास कार्यों की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जरूरत को उजागर करती है।