पहलगाम हमले के बाद से एक्शन में असम सरकार

22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 26 लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में ज्यादातर लोग पर्यटक थे। इस घटना में कई लोग घायल भी हुए थे। इसके बाद से असम में लगातार ऐसे लोगों की गिरफ्तारी की गई है जो देश-विरोधी कार्यों में लगे हुए थे।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सुरक्षाबल काफी ज्यादा सक्रिया हैं और ऑपरेशन सिंदूर के बाद से लगातार ऐसे की तलाश जारी है, जो देश विरोधी कामों में लगे हुए हैं।

असम से दो लोग गिरफ्तार
पिछले दिनों देश के अलग-अलग जगहों से कई जासूसों को गिरफ्तार किया गया है, जो पाकिस्तान को खुफिया जानकारी पहुंचा रहे थे। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा ने रविवार को बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से असम से राष्ट्र-विरोधी कार्यों में जुटे दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

असम में इस तरह के मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 81 हो गई है। सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि सोनितपुर और कामरूप जिलों से एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

सरमा का एक्स पर पोस्ट
उन्होंने लिखा, “पाकिस्तान के साथ सहानुभूति रखने के कारण 81 राष्ट्र-विरोधी अब सलाखों के पीछ हैं। हमारी प्रणालियां लगातार सोशल मीडिया पर राष्ट्र-विरोधी पोस्टों पर नजर रख रही है और कार्रवाई कर रही है।”

इससे पहले, विपक्षी AIUDF विधायक अमीनुल इस्लाम को पहलगाम आतंकवादी हमले में पाकिस्तान और उसकी मिलीभगत का कथित रूप से बचाव करने के आरोप में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

सरमा की चेतावनी
हालांकि, इस मामले में अमीनुल को जमानत मिल गई थी, लेकिन उन्हें फिर से राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया। 2 मई को असम के मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर आतंकवादी हमले के बाद ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही थी।

बता दें, 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में ज्यादातर लोग पर्यटक थे। इस घटना में कई लोग घायल भी हुए थे।

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