पहलगाम हमले के बाद कश्मीर में फिर जी उठा पर्यटन, केंद्र की नई योजनाएं तैयार

पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटन अब पटरी पर लौट रहा है और केंद्र सरकार इसे वैश्विक पर्यटन हब बनाने की दिशा में काम कर रही है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद जम्मू-कश्मीर में बेपटरी हुआ पर्यटन पुनर्जीवित हो गया है। राज्य व केंद्र सरकार जिस दिशा से काम कर रही हैं उससे आने वाले समय में कश्मीर का पर्यटन जल्द ही अपने पहले जैसे मुकाम को हासिल कर लेगा।
पर्यटन मंत्री सोमवार को श्रीनगर में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन सचिवों के दो दिवसीय सम्मेलन के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, पिछले दिनों मैंने स्वयं कश्मीर के बड़े हिस्से में प्रवास किया था। तब भी यही मैसेज देने की कोशिश थी कि जो घटित हुआ उसको भूलकर हम सब आगे बढ़ें और कश्मीर के टूरिज्म को पिछले तीन वर्षों की ग्रोथ के साथ आगे ले जाने की कोशिश करें।
शेखावत ने कहा कि देश में जिस तरह पर्यटन क्षमता बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में 50 आइकॉनिक ग्लोबल स्टैंडर्ड के डेस्टिनेशन बनाए जाने हैं। इससे पर्यटन क्षमता को और बढ़ावा मिलेगा।
सभी से मांगे गए प्रस्ताव, बुनियादी ढांचा करेंगे मजबूतसुबह के सत्र में सचिवों को प्रॉस्पेक्टिव प्रस्ताव बनाने को कहा गया है, इस पर दो दिन तक विचार करने के बाद एक कंक्रीट प्लानिंग इस दिशा में हो सके, उस पर काम किया जाएगा। शेखावत ने कहा कि सरकार ने जिस तरह इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में काम करते हुए हाइवे, रेलवे ट्रैक बनाएं हैं, उससे आने वाले दिनों में स्थितियों में व्यापक सुधार होगा।
विकसित भारत का सपना साकार करने में जम्मू-कश्मीर की भूमिका अहम
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पर्यटन को आत्मनिर्भर भारत का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए सभी राज्यों का निरंतर सहयोग जरूरी है। सभी के सहयोग से एक राष्ट्र, एक वैश्विक गंतव्य बनाने का सपना साकार होगा। इसे साकार करने में जम्मू-कश्मीर की अहम भूमिका है।
केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) श्रीनगर में देश के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन सचिवों की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत @2047 के संकल्प को सिद्ध करने के लिए देश के हर कोने में पर्यटन को रोजगार, विकास, हमारी सांस्कृतिक पहचान का सेतु बनाने की दिशा में अभूतपूर्व और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में सैलानियों की संख्या और निवेश भी बढ़ेगा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से निश्चित तौर पर जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है, लेकिन जिस तरह एलजी, मुख्यमंत्री और यहां के लोगों ने विरोधियों को जवाब दिया है उसे देखकर तय है कि अब संख्या बढ़ेगी। रिकाॅर्ड बनेगा।
धार्मिक पर्यटन बढ़ाने के लिए 54 योजनाएं चल रहीं
शेखावत ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रसाद योजना के तहत 1,726 करोड़ रुपये से अधिक की 54 परियोजनाएं चल रही हैं। प्रधानमंत्री जनजातीय भारत जागरण अभियान के तहत 1,000 जनजातीय होम स्टे विकसित किए जाएंगे। 2025-26 के बजट में देश के शीर्ष 50 पर्यटन स्थलों को चैलेंज मोड में विकसित करने की घोषणा की गई है, जो हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट लॉजिस्टिक्स के तहत विश्व स्तरीय स्वरूप में ढाले जाएंगे।
भारत बनेगा वैश्विक पर्यटन महाशक्तिकेंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 2025-26 के बजट में पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पर्यटन को स्थानीय विकास, सांस्कृतिक पुनर्जागरण और आर्थिक समावेशिता से जोड़ते हुए कई ऐतिहासिक योजनाएं लागू की गई हैं। ‘देखो अपना देश’ अभियान के तहत शुरू की गई स्वदेश दर्शन योजना और इसके उन्नत संस्करण स्वदेश दर्शन 2.0 के माध्यम से अब तक 7,100 करोड़ से अधिक की 128 परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं।