परिवार ने खोली नकली डेंटल क्लिनिक, ऑनलाइन वीडियो देख सीखी रूट कनाल, 2 साल में मरीजों से ऐंठे डेढ़ करोड़!

पहले किसी जमाने में इलाज करना एक सेवा माना जाता था. आज की दुनिया में यह व्यवसाय हो चुका है. यह कई बार लूट का साधन भी होता देखा गया है. कई अस्पतालों में ऐसी ऐसी धांधली होती है कि देखकर हैरानी और अफसोस दोनों ही होता है. वहीं आज कल लोग नकली डिग्री लेकर भी डॉक्टर बन जाते हैं. ऐसे झोला छाप डॉक्टर गली गली में मिलते हैं. लेकिन चेक रिपब्लिक में एक परिवार ने तो हद ही कर उसने एक दातों के चिकित्सायलय कोल कर दर्जनों मरीजों को बिना किसी पेशेवर प्रशिक्षण के ही रूट कैनाल और दांत भरने जैसे कई काम किए जो उन्होंने ऑनलाइन वीडियोज देखकर सीखे थे. आखिरकार इस साल की शुरुआत में पुलिस ने इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया.
कहां का है ये मामला?
दांतों का इलाज महंगा होने के कारण लोग अक्सर सस्ता इलाज खोजते हैं. गरीबो में यह प्रवृत्ति ज्यादा होती है और इसी का फायदा उठाने की कोशिश यह परिवार कर रहा था. चेक गणराज्य के प्राग से लगभग 100 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित हव्लिकुव ब्रॉड नामक कस्बे के इस परिवार में एक 22 साल का युवक और उसके माता-पिता शामिल थे.
वीडियोज़ देखकर ही सीख लिया
फर्जी डॉक्टर ने एक अवैध क्लिनिक में, बिना किसी मेडिकल डिग्री के, दर्जनों मरीजों पर दांत निकालना, लोकल एनेस्थीसिया देना, रूट कैनाल करना और दांत भरना जैसे जटिल उपचार किए. लेकिन इस काम को उनसे केवल ऑनलाइन वीडियो देखकर सीखा. जबकि, “22 साल का युवक खुद को डेंटिंस्ट बता रहा था, लेकिन उसके पास जरूरी व्यवसायिक ज्ञान नहीं था.
दो साल तक नहीं लगी किसी को भनक
बीते दो साल के दौरान, इस फर्जी क्लीनिक में अन्य इलाज के अलावा लोगों के ऑपरेशन तक कर डाले, जिससे उन्होंने करीब 40 लाख चेक कोरूना यानी करीब एक करोड़ 59 लाख रुपये की कमाई की. हैरानी की बात है कि इस दौरान कोई भी मरीज डॉक्टर के फर्जी होने की बात को नहीं पकड़ सका.
उन्हें इस महीने के शुरुआत में गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उन पर अवैध कारोबार, मनी लॉन्ड्रिंग, पीड़ित करने, ड्रग डीलिंग और चोरी के आरोप लगाए हैं. अपराध साबित होने पर उन्हें कम से कम 8 साल की जेल हो सकती है. खास बात ये भी है कि चेक गणराज्य में चेक डेंटल चैम्बर के अध्यक्ष रोमन स्मूकलर ने भी मानाहै कि उनके संस्थान में हर साल फर्जी डेंटिस्ट की करीब 10 रिपोर्ट आती हैं. इससे जाहिर होता है कि यह परिवार इस तरह के काम करने वाला अकेला नहीं है.