पंजाब: 8 महीने में 16 ग्रेनेड हमले, राजधानी चंडीगढ़ को भी दहलाया…

पंजाब में बीते 8 महीने में 16 बार बम हमले हो चुके हैं। अधिकांश मामलों में पुलिस आरोपियों को दबोच चुकी है, लेकिन इनके पीछे विदेश में बैठे मुख्य हैंडलर अभी तक पकड़ से दूर हैं।

पंजाब में एक के बाद एक ग्रेनेड हमले हो रहे हैं। यह सभी हमले आतंकियों द्वारा करवाए जा रहे हैं। पंजाब में ग्रेनेड हमलों के पीछे विदेश बैठे आतंकी हैंडरों की पूरी कुंडली पुलिस के पास है। पुलिस के पास इन आतंकी संगठनों और उनके हैंडलरों के गुर्गों को दबोचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

पंजाब की शांति भंग करने के मकसद से ये बम धमाके करवाए जा रहे हैं। सितंबर 2024 से अप्रैल 2025 तक पंजाब समेत राजधानी चंडीगढ़ में भी कुल 16 बम धमाके करवाए जा चुके हैं। हालांकि ज्यादातर मामलों में पुलिस आरोपियों को पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचा भी चुकी है। बावजूद इसके अभी भी आतंकियों की ये हरकतें कम नहीं हो रही है।

भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर पर हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान और आईएसआई का हाथ सामने आया है। पुलिस ने अपनी प्राथमिक जांच में यह पता भी लगा लिया है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा जीशान अख्तर इस हमले का मास्टरमाइंड है। इस हमले में पाकिस्तान स्थित बाबर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के मास्टरमाइंड हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और गैंगस्टर हैप्पी पासिया का भी लिंक सामने आया है, लेकिन पुलिस की मजबूरी है कि इन हमलों के मेन हैंडलर विदेश बैठे हैं। पुलिस बिना अनुमति, केंद्रीय एजेंसियों के बिना मदद और जिन देश में ये हैंडलर छिपे बैठे हैं, वहां की सरकारों को इतलाह दिए कोई ऑपरेशन ऑपरेट नहीं कर सकती।

पंजाब में सितंबर 2024 से अब तक हुए ग्रेनेड हमले
9 सितंबर 2024 को सेक्टर-10 चंडीगढ़ में यूएस बैठे गैंगस्टर हैप्पी पासिया और पाकिस्तान बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा ने एक ग्रेनेड अटैक कराया।
23 नवंबर 2024 को अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन के पास डेढ़ किलो का विस्फोटक प्लांट किया गया।
29 नवंबर 2024 को अमृतसर के गुरबख्श नगर में खाली पड़ी पुलिस चौकी में रात 11 बजे एक विस्फोटक हमला किया गया।
2 दिसंबर 2024 को नवांशहर के अनसारो पुलिस चौकरी पर ग्रेनेड हमला किया गया।
4 दिसंबर 2024 को अमृतसर के मजीठा पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड फेंक कर ब्लास्ट किया गया।
13 दिसंबर 2024 को बटाला के घानिया के बंगर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमला किया गया।
17 दिसंबर 2024 को अमृतसर के इसलामाबाद पुलिस स्टेशन के पास सुबह ग्रेनेड हमला किया गया, बीकेआई और आतंकी जीवन फौजी ने इसकी जिम्मेदारी ली।
18 दिसंबर 2024 को गुरदासपुर के कलानौर के बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला।
20 दिसंबर 2024 को गुरदासपुर के कलानौर के वडाला बंगर पुलिस चौकी पर ग्रेनेड अटैक।
9 जनवरी 2025 को अमृतसर के गुमटाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड अटैक।
16 जनवरी 2025 को शराब कारोबारी के घर पर ग्रेनेड अटैक।
3 फरवरी 2025 को फतेहगढ़ चूड़ियां बाईपास पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला।
15 मार्च 2025 को अमृतसर में एक मंदिर पर ग्रेनेड हमला किया गया।
16 मार्च 2025 को जालंधर के गांव रायपुर रसूलपुर में यू ट्यूबर रोजर संधू पर ग्रेनेड अटैक।
2 अप्रैल 2025 को पटियाला में बादशाहपुर पुलिस चौकी के बाहर विस्फोटक हमला।
8 अप्रैल 2025 को देर रात एक बजे जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर पर ग्रेनेड हमला।

मेन हैंडलरों को पकड़ने और भारत लाने के लिए लंबा इंतजार
विदेश बैठे इन हैंडलरों को दबोचने और भारत डिपोर्ट करवाने के लिए इंटरपोल और केंद्रीय एजेंसियों के जरिये पुलिस को एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। यही कारण है कि पुलिस इन हमलों में शामिल गुर्गों को दबोच कर इसके पीछे के हैंडलरों का तो पर्दाफाश कर देती है, लेकिन इन मेन हैंडलरों को पकड़ने और भारत लाने के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता है। कई केसों में पंजाब पुलिस कनाडा, फिलीपींस और अन्य देश से कई हैंडलरों को डिपोर्ट करा चुकी है, लेकिन इस बीच आतंकी संगठन अपने मंसूबों को अंजाम देने में जुटे रहते हैं।

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