पंचायतीराज विभाग में सामग्री खरीद के नाम पर खेल
पंचायतीराज विभाग में स्वच्छता के नाम पर एक ही फर्म से सामग्री खरीद को लेकर शासन ने पड़ताल शुरू कर दी है। जिलेवार ग्राम पंचायतों द्वारा डस्टबिन, सोलर लाईट, स्ट्रीट लाइट व सफाई कर्मियों के किट खरीद का विवरण मांगा गया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार पंचायतों ने कुछ लोगों के इशारे पर निजी फर्मों से सामग्रियों की खरीद कर ली है। इसमें अफसरों की संलिप्तता भी सवालों के घेरे में है। ग्राम पंचायतवार सामग्री खरीद का विवरण उप निदेशक पंचायत ने तलब किया है।
गांवों में विकास कार्य कराने के लिए पंचायतीराज विभाग ग्राम पंचायतों को चतुर्थ राज्य वित्त व चौदहवें वित्त आयोग की संस्तुति पर बजट उपलब्ध कराता है। इससे गांवों में बेहतर आवागमन की सुविधा के साथ ही प्रकाश व्यवस्था पर भी बजट खर्च किया जा सकता है। चौदहवें वित्त आयोग के बजट में स्वच्छता पर खर्च की व्यवस्था बनाई गई है। शासन को ग्राम पंचायतों के एक ही फर्म से सामग्री खरीद को लेकर शिकायतें मिली थी। कई जिलों में अफसरों की मिलीभगत से फर्मों को चिन्हित करके सामग्री खरीद कराई गई। निदेशक पंचायतीराज विभाग मासूम अली सरवर ने सभी जिलों के अफसरों से वित्तीय वर्ष 2018-19 में एक ही फर्मों से कई ग्राम पंचायतों में हुई सामग्री खरीद व आदेश की जानकारी मांगी है। उप निदेशक पंचायत देवीपाटन मंडल एसएन सिंह ने चारों जिलों के डीपीआरओ को निर्धारित प्रारूप पर सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।





