न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया अच्छी नींद के लिए कैसा होना चाहिए रात का खाना

आजकल लोग नींद पूरी नहीं होने की शिकायत करते हैं। योग, व्यायाम, दवा जैसे उपायों के बाद भी नींद में सुधार नहीं होता। आइए डॉ. शिखा शर्मा (न्यूट्रिशनिस्ट रैनफार्ट वेलनेस दिल्ली) से जानें कि क्या है इसकी असली वजह और कैसे मिल सकती है अच्छी नींद।
आहार का नींद से गहरा संबंध है। जिन लोगों के आहार में फल और सब्जियों की मात्रा अधिक होती है उन्हें अच्छी नींद आती है, कम या नहीं होने पर नींद की समस्या हो सकती है।
आहार का प्रभाव
ताजे फल और सब्जियां खाने से भूख शांत होती है। और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है केले, कीवी, चेरी, एवाकाडो, शकरकंद और टमाटर जैसे फल और सब्जियों में मेलाटोनिन और ट्रिप्टोफैन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे नींद अच्छी आती है। इससे पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है और शरीर में सूजन कम होती है। फल और सब्जियों के सेवन से केवल नींद ही नहीं दिल और दिमाग भी स्वस्थ रहता है।
कैसा हो तरीका?
रात्रि में ऐसा भोजन ग्रहण करना चाहिए जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिंस, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट मौजूद हों, जैसे सब्जियों के सूप में भरपूर मात्रा में विटामिंस पाए जाते हैं। इसके अलावा साबुत अनाज, रागी, दलिया, खिचड़ी जैसे हल्के भोजन से पाचन दुरुस्त रहता है। अच्छी नींद के लिए रात्रि भोजन हल्का व संतुलित होना चाहिए।
समय पर खाना जरूरी
भोजन कैसा हो और कब हो, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। देर रात भोजन करने से पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता और इससे नींद खराब होती है।
रात्रि भोजन में यह खाने से बचें
रात्रि भोजन से तीन घंटे पहले ही कैफीन का सेवन बंद कर दें। चाय, काफी और डार्क चाकलेट से नींद खराब होती है। राजमा, छोले, सोया आदि भी नहीं खाना चाहिए। इससे गैस बनती है, जो नींद में व्यवधान डालती है। सोने से तीन घंटे पहले तरल पदार्थों का सेवन कम कर देना चाहिए। मीठे या रिफाइंड से ब्लड शुगर अचानक बढ़ने की आशंका रहती है।
क्या खाएं?
रात को खाने के बाद अदरक या अजवाइन का सेवन करें।
फल, सब्जियों की स्मूदी लेने से नींद अच्छी आती है।
मैग्नीशियम और विटामिन बी6 युक्त आहार लेने की कोशिश करे।
पोटैशियम युक्त आहार जैसे आलू और टमाटर का नीद पर अच्छा असर होता है।
दूध, बादाम, घी, एवाकाडो और बीजों में ट्रिप्टोफैन होने की वजह से नींद अच्छी आती है।
जैसमीन, कैमामाइल की चाय से नसें शांत होती हैं।
अच्छी नींद के लिए और क्या करें?
रात को जल्दी खाएं ताकि पाचन के लिए वक्त मिल सके।
सोने और खाने का समय निर्धारित करे।
कमरे में अंधेरा करे और मेडिटेशन करके सोएं।
हल्का भोजन करे और सकारात्मक विचारों के साथ सोएं।
खाते ही लेटना नहीं चाहिए, थोड़ी देर चलें या वज्रासन में बैठें।





