नोटबंदी के 40 दिनों बाद भी, देश की जनता को पीएम मोदी पर भरोसा : सर्वे

नई दिल्ली। 8 नवंबर 2016 को रात्रि आठ बजे देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश एक नई व्यवस्था की तरफ बढ़ने जा रहा है। भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए देश को अब कैशलेस सिस्टम की तरफ बढ़ना होगा और इसके लिए सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है।

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काले धन पर चोट करते हुए पीएम ने कहा कि अब 500 और 1000 के नोट सिर्फ रद्दी के टुकड़े हो जाएंगे। नोटबंदी के 42 दिन बाद सी-वोटर के सर्वे में मिली जानकारी के मुताबिक लोगों का पीएम मोदी में भरोसा बरकरार है।

मोदी सरकार नोटबंदी के दौर में एक आैर बड़ा फैसला ले सकती है

नोटबंदी पर पीएम ने यह कहा था

बड़े नोटों पर पाबंदी के साथ ही उन्होंने लोगों से समर्थन की अपील की। पीएम ने कहा कि ये फैसला कुछ समय के लिए कष्टकर होगा। लेकिन राष्ट्र निर्माण के लिए लोगों को एक साथ आना होगा। उन्होंने देश की जनता से पचास दिन मांगे और कहा कि उम्मीद है कि लोग नोटबंदी के फैसले का समर्थन करेंगे।पीएम के इस ऐलान के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में आम लोगों को परेशानी हो रही है। 100 से ज्यादा लोग एटीएम और बैंकों के बाहर कतारों में दम तोड़ चुके हैं। पिछले 42 दिनों में हर दिन एक नया प्रयोग हो रहा है। कहीं आम लोगों को थोड़ी बहुत राहत है, तो ज्यादातर जगहों पर लोग अभी भी परेशान हैं।

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नोटबंदी पर संसद से सड़क तक संग्राम

नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बाद संसद का शीतकालीन सत्र बर्बाद हो गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके पास बोलने को कुछ ऐसा है कि भूकंप आ जाएगा, लेकिन राहुल गांधी संसद में कुछ खास बोलते नजर नहीं आए। लेकिन बुधवार को गुजरात में मेहसाणा की रैली में उन्होंने पीएम पर भ्रष्टाचार के सीधे आरोप लगाए।

परेशानी के बाद भी पीएम को समर्थन

नोटबंदी से होने वाली परेशानी की तय समय के समाप्त होने से 10 दिन पहले आए इस सर्वे में कहा गया है कि भले लोग पीएम मोदी के फैसले के साथ हैं, लेकिन अब वे मान रहे हैं कि दिक्कतें बढ़ी हैं और लोग जल्द चाहते हैं कि हालात सामान्य हों। सर्वे के मुताबिक, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। नोटबंदी पर साथ दे रहे लोग असुविधा से नाराज हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर लोगों का मानना है कि गरीबों को अमीरों की अपेक्षा अधिक नुकसान हो रहा है।

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