बड़ी खबर : ”नोटबंदी के बाद 9.2 लाख करोड़ नए नोट बाजार में आए”

नई दिल्ली : नोटबंदी से जहां करीब 14.5 लाख करोड़ रुपये बैंकों में आ गए हैं, वहीं 9.2 लाख करोड़ रुपये के नए नोट बाजार में आ चुके हैं। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग में दी।

बड़ी खबर : ''नोटबंदी के बाद 9.2 लाख करोड़ नए नोट बाजार में आए''

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटेल ने कमेटी के फाइनेंशियल पैनल से 9.2 लाख करोड़ के नए नोट मार्केट में उतारे जाने की बात कही। बता दें कि आरबीआई गवर्नर 20 जनवरी को इसी मुद्दे पर संसद की लोक लेखा समिति (PAC) के सामने भी पेश हो सकते हैं। पीएसी ने 30 दिसंबर को उन्हें एक प्रशानवली भेजी थी।

क्या जानकारी देंगे पटेल…

उर्जित पटेल नोटबंदी और इकॉनोमी पर इसके असर के बारे में पार्लियामेंट्री कमेटी को जानकारी देंगे।

500-1000 के पुराने नोटों के बैन के बाद कैश की परेशानी से निपटने के लिए आरबीआई की तरफ से उठाए कदमों की भी जानकारी देंगे।

और कौन हो सकता है कमेटी के सामने पेश?

कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली कमेटी के सामने आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास, बैंकिंग सचिव अंजुल छिब दुग्गल और राजस्व सचिव हसमुख अधिया समेत शीर्ष अधिकारी और आईसीआईसीआई बैंक की चीफ चंदा कोचर और पंजाब नेशनल बैंक की चीफ उषा अनंत सुब्रमण्यम जैसे बैंकों के बड़े पदाधिकारी भी पेश हो सकते हैं।

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समिति के एक मेंबर हैं।

PAC ने पूछे हैं पटेल से सवाल

पीएसी ने पटेल को 30 दिसंबर को भेजी प्रश्नावली में पूछा है कि कितने नोट बंद किए गए। बता दें कि उर्जित को 28 जनवरी को पीएसी के सामने पेश भी होना है।

‘नोटबंदी की सिफारिश करते हुए क्या आरबीआई ने बताया था कि इससे देश की 86% नकदी अवैध हो जाएगी? आरबीआई इतनी ही नकदी कब तक व्यवस्था में लौटा पाएगा?’

‘किस कानून के तहत लोगों को नकदी निकालने पर सीमा तय की? अगर आप नियम आप न बता सकें, तो क्यों न आप पर मुकदमा चलाया जाए और शक्तियों का मिसयूज करने के लिए पद से हटा दिया जाए?’

‘दो महीनों में बार-बार बदलाव क्यों हुए? किस अधिकारी ने उंगली पर स्याही लगाने का विचार दिया? शादी से जुड़े पैसों को निकालने का नोटिफिकेशन किसने तैयार किया? क्या यह सब सरकार ने किया?’

‘कितने नोट बंद किए गए और पुरानी करंसी में से कितना वापस जमा किया जा चुका है? जब 8 नवंबर को आरबीआई ने सरकार को नोटबंदी की सलाह दी तो कितने नोटों के वापस लौटने की संभावना थी? ‘

‘8 नवंबर की आपात बैठक के लिए आरबीआई बोर्ड सदस्यों को कब नोटिस भेजा? कौन-कौन बैठक में आया? बैठक का ब्योरा क्या है?’

‘मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार नोटबंदी का फैसला आरबीआई के बोर्ड ने लिया था। सरकार ने सिर्फ सलाह पर कार्रवाई की। क्या आप सहमत हैं?

‘अगर फैसला आरबीआई का ही था, तो यह कब तय किया गया कि नोटबंदी भारत के हित में है?’

‘रातों-रात 500 और 1,000 रुपए के नोट बंद करने के पीछे आरबीआई ने क्‍या कारण पाए?’

‘देश में सिर्फ 500 करोड़ रु. की जाली करंसी है। नकदी में बड़े नोटों का हिस्सा 86% था। ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी कि नोटबंदी करनी पड़ी?’

 

 

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