सावधान! नोटबंदी की वर्षगांठ पर फिर से चौंका सकते हैं PM, तैयारियों में जुटा मंत्रालय

बीते साल 8 नवंबर के नोटबंदी की घोषणा कर पूरी दुनिया को चौंकाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस फैसले की पहली वर्षगांठ पर फिर से देश-दुनिया को चौंका सकते हैं। घोषणा संभवत: कालाधन से जुड़े हर स्रोत पर चोट करने की हो सकती है।
सावधान! नोटबंदी की वर्षगांठ पर फिर से चौंका सकते हैं PM, तैयारियों में जुटा मंत्रालयचूंकि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव जारी है, ऐसे में प्रधानमंत्री कार्यालय और वित्त मंत्रालय इस मामले में बीच का रास्ता निकालने के लिए माथापच्ची में जुटा है। सूत्रों ने बताया की नोटबंदी की पहली वर्षगांठ पर पीएम मोदी कालाधन, बेनामी संपत्ति और भ्रष्टाचार पर नकेल लगाने के लिए किसी बड़े फैसले की घोषणा करेंगे।

इस घोषणा के जरिए न सिर्फ नोटबंदी के फैसले के साथ डट कर खड़ा रहने का संदेश जाएगा, बल्कि यह भी संदेश जाएगा कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार और कालाधन के मामले में किसी भी सूरत में रत्ती भर समझौता करने के लिए तैयार नहीं है।

इस घोषणा से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन न हो इसका रास्ता तलाशा जा रहा है। इस दिन पीएम मोदी राष्ट्र को भी संबोधित कर सकते हैं। हालांकि इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है।

दरअसल नोटबंदी के सवाल पर इसकी पहली वर्षगांठ पर कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा आमने सामने है। कांग्रेस ने जहां इस फैसले को अर्थव्यवस्था और गरीब विरोधी होने का संदेश देने के लिए देशव्यापी प्रदर्शन करने की घोषणा की है, वहीं इसके जवाब में भाजपा ने इस दिन को कालाधन विरोधी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है।

भाजपा का मानना है कि विपक्ष के आरोपों केइतर आम लोगों ने नोटबंदी को न सिर्फ साहसिक फैसला माना है, बल्कि इसे कालाधन पर एक बड़े चोट के रूप में भी स्वीकार किया है। यही कारण है कि इस फैसले के बाद हुए विधानसभा पार्टी को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ऐतिहासिक जीत हासिल हुई।

ऐसे में पार्टी इस फैसले पर अपने आक्रामक तेवर को और धार देना चाहती है।

 
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