नेपाल में हिंसा के बीच फंसे राजस्थान के हजारों यात्री होटल में सुरक्षित

नेपाल में तनाव के चलते राजस्थान से धार्मिक यात्रा पर गए करीब चार हजार लोग प्रभावित हुए हैं। यात्रियों का कहना है कि वे सुरक्षित हैं और दूतावास से मिले निर्देशों का पालन कर रहे हैं।
नेपाल में हिंसा और बवाल के हालातों के बीच राजस्थान के हजारों यात्री फंस गए हैं। इनमें उदयपुर से गए 35 से अधिक लोग शामिल हैं। यात्रियों में भाजपा नेता और नगर निगम उदयपुर के पूर्व गैरेज समिति अध्यक्ष अनिल सिंघल का परिवार भी है। यात्रियों ने फोन पर बताया कि हालात अचानक बिगड़ने के बाद वे होटल में ही रुकने को मजबूर हैं और भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
उदयपुर के यात्री भगवतीलाल मेनारिया ने बताया कि मंगलवार सुबह उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कर लिए थे और दोपहर तक होटल लौट आए थे। इसके तुरंत बाद काठमांडू में माहौल बिगड़ गया और होटल से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। उनके साथ उदयपुर के 31 लोगों का दल है। सभी काठमांडू के होटल में सुरक्षित हैं। उनका टूर शेड्यूल 18 सितंबर तक का था लेकिन हालात सामान्य होने तक यात्रा स्थगित कर दी गई है।
भाजपा नेता अनिल सिंघल ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों से सड़क पर प्रदर्शन और आगजनी देखी। पोखरा से काठमांडू की फ्लाइट रद्द हो गई, जिसके बाद वे परिवार सहित होटल में ही रुक गए। उन्होंने बताया कि दूतावास की ओर से उन्हें बाहर न निकलने और होटल में सुरक्षित रहने के निर्देश मिले हैं।
यात्रियों ने बताया कि भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क हो रहा है। उन्हें कहा गया है कि हालात सामान्य होने तक होटल में ही रुकें। काठमांडू और आसपास के इलाकों में जयपुर और भीलवाड़ा के यात्री भी फंसे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार नेपाल में जारी बवाल से करीब 4 हजार राजस्थान के यात्री प्रभावित हुए हैं। इनमें से लगभग 700 जयपुर के हैं। जयपुर के करीब 230 यात्री तो सीधे काठमांडू एयरपोर्ट पर ही फंसे हुए हैं। इन यात्रियों के परिवारजन लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। सभी यात्री सुरक्षित बताए गए हैं लेकिन माहौल सामान्य होने तक होटल से बाहर नहीं निकल सकते। परिवारजन अपने अपनों की सुरक्षित वापसी के लिए दुआ कर रहे हैं।