निर्भया केस का दोषी वापस लेना चाहता है अपनी दया याचिका, सामने आई ये बड़ी वजह…

हैदराबाद में दुष्कर्म के आरोपियों के एनकाउंटर के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा था कि महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध करने वालों को दया याचिका का अधिकार नहीं होना चाहिए। इसी दिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्भया कांड के दोषियों में से एक विनय शर्मा की दया याचिका खारिज कर दी थी। अब बड़ी खबर यह है कि विनय शर्मा अपनी दया याचिका को तत्काल वापस लेना चाहता है। उसने राष्ट्रपति के समक्ष अपनी दया याचिका को तत्काल वापस लेने की याचिका दायर की है। उसका कहना है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति को भेजी गई दया याचिका पर उसके हस्ताक्षरित नहीं है।
बता दें, देश में लगातार सामने आते दुष्कर्म के मामलों के बीच हैदराबाद एनकाउंटर और उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने की कोशिश के बीच ऐसे दरिंदों को सख्त सजा देने की मांग तेज हो रहा है। निर्भया कांड के दोषी सात साल से जेल में है और सरकारी मेहमान बने हुए हैं। निचली अदालत के बाद हाई कोर्ट, फिर सुप्रीम कोर्ट ने आरोपियों की सजा बरकरार रखी है।
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इसी दौरान एक आरोपी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, वहीं एक नाबालिग होने के बाद बरी कर दिया गया है। शेष चार आरोपियों में से विनय ने दया याचिका दायर की थी, जिसे एलजी ने दिल्ली सरकार के पास भेजी थी। दिल्ली सरकार ने खारिज करते हुए गृहमंत्रालय भेजी और अब गृह मंत्रालय भी खारिज करते हुए राष्ट्रपति के पास भेज चुका है। माना जा रहा है कि यह दया याचिका किसी भी समय खारिज हो सकती है और चारों दोषियों को फांसी की सजा दी जा सकती है।