नाले की सफाई पर हंगामा, बरिंदर गोयल बोले-झूठ बोलकर मेरा इस्तीफा मांग रहे बाजवा

भारतीय जनता पार्टी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सेक्टर-37 स्थित पार्टी के मुख्य कार्यालय के पास लोगों की विधानसभा बुलाई है।

पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है। विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा ने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए मुआवजा कब मिलेगा, इस संबंध में जानकारी दी जानी चाहिए।

बाढ़ प्रभावित एरिया के पुर्नावास के प्रस्ताव पर विधानसभा में फिर से चर्चा शुरू हो गई है।

प्रस्ताव पर मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि हर साल बीएसएफ की चौकियां बाढ़ की चपेट में आती हैं, लेकिन केंद्र सरकार रावी से गाद निकलने की अनुमति नहीं दी दे रही है। राज्य सरकार 500 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है, लेकिन केंद्र पैसे नहीं दे रहा। राज्य सरकार केंद्र को पत्र लिखकर मांग कर चुकी है, लेकिन अनुमति नहीं मिल रही है।

कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि एसडीआरएफ में ब्याज डालकर 12,500 करोड़ बना दिया है। अरोड़ा ने कहा कि 6190 करोड़ आया है, जिसमें से 4305 करोड़ खर्च कर चुके हैं।
इस पैसे का ऑडिट होता है, ऐसे में हम कहां से खा जाएंगे।

प्रताप बाजवा ने कहा कि सच्चाई लोगों के सामने आनी चाहिए। पीएम खुद 12,500 करोड़ रुपये एसडीआरएफ के बोल रहे हैं। कांग्रेस विधायक ने कहा कि बीबीएमबी के खिलाफ एफआईआर की जानी चाहिए, जिन्होंने गुमराह किया। साथ ही दिल्ली जाकर लड़ाई लड़नी चाहिए। हम उसके लिए तैयार है। तब जाकर इन समस्याओं का समाधान होगा।

वहीं भारतीय जनता पार्टी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सेक्टर-37 स्थित पार्टी के मुख्य कार्यालय के पास लोगों की विधानसभा बुलाई है। पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा कि विधानसभा की मान-मर्यादा को ठेस पहुंच जाए, सत्ता पक्ष जनता की आवाज का मज़ाक उड़ाने लगे और सरकार जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने लगे, तो लोगों की विधानसभा बुलाना जरूरी हो जाता है।

वहीं भाजपा द्वारा जनता की विधानसभा आयोजित करने पर मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने कहा कि इसका मतलब है कि वे संविधान में विश्वास नहीं रखते। सबसे पहले, उन्हें अवैध सत्र चलाने के लिए यहां से इस्तीफा देना चाहिए… उनके केंद्रीय नेतृत्व को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए।

शक्की नाले की सफाई पर हंगामा
आम आदमी पार्टी के विधायक गुरदीप सिंह रंधावा ने कहा कि शक्की नाले की आज तक सफाई नहीं हुई। कांग्रेस में विधायक अरुणा चौधरी मंत्री भी रहे, लेकिन सफाई नहीं करवाई। आप सरकार ने अब सफाई करवाई है।

इस पर कांग्रेस विधायक अरुणा चौधरी ने कहा कि एक हाउस कमेटी बनाकर नाले की जांच करवाए। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। सबके सामने आ जाएगा कि नाले की कितनी सफाई हुई है। इसे लेकर हंगामा हो गया।

कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा ने आरोप लगाया कि प्रताप बाजवा ने धुस्सी बांध के अंदर जमीन खरीदी है। इन्हें पता था कि रेत आएगी, जिससे खनन का रास्ता साफ होगा। गरीब किसानों से जमीन खरीदने की क्या जरूरत थी।

उस पर बाजवा ने कहा कि मैंने जमीन खरीदी। आप सरकार ने स्टांप ड्यूटी ली है और रजिस्ट्री की है। अब उससे भी उन्हें तकलीफ है। बाजवा ने आरोप लगाया कि 12000 करोड़ एक्साइज खा गए हैं। हर डिस्टिलरी से 35 से 40 करोड़ रुपये लिए जा रहे हैं। ऐसे धक्केशाही चल रही है। हंगामे के चलते सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया है।

सदन दोबारा शुरू होने पर जल संसाधन मंत्री बरिंदर गोयल ने कहा कि प्रताप बाजवा मेरा इस्तीफा मांग रहे हैं। खुद झूठ बोल रहे हैं कि माधोपुर बांध में 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि सिर्फ 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हर बात पर राजनीति की गई है। उन्होंने कहा कि जो काम हमने 3 तीन साल में किया, कांग्रेस और अकाली दल भाजपा ने 70 साल में नहीं किया है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक 76 प्रतिशत खेतों तक नहरी पानी पहुंचा देंगे।

गोयल ने भाजपा के अलग से विधानसभा बुलाने पर हमला बोला। बाजवा ने कहा कि विभागीय पत्र में खुद सामने आया था कि दो तिहाई काम नहीं हुआ था, इसलिए मैं झूठ नहीं बोल रहा हूं। साथ ही सुपरिटेंडेंट इंजीनियर बाढ़ के दौरान ही एक हजार बैग की मांग कर रहे थे। इससे साफ है कि बैग मुहैया करवाने की बात झूठी थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button