नाबालिग के हाथ-पैर काट, सिर के किए दो टुकड़े, पुलिस के हाथ अभी तक है खाली


मामले में एडवोकेट एमडी खान ने मृतक के पिता की ओर से याचिका दाखिल करते हुए कहा कि 4 जुलाई 2016 को गांव में एक शव खेतों में पड़ा मिला था। इस बारे में चौकीदार ने पुलिस को सूचना दी थी और शव को अज्ञात मान लिया गया था। जब याची का बेटा एक दिन पूरा लापता रहा तो याची ने पूछताछ करनी आरंभ की। इसके बाद उस शव को देखकर याची ने उसे पहचान लिया।
इसके साथ ही दोनों हाथ-पैर बुरी तरह से तोड़े गए थे। जब याची ने इस हत्या के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए थाने के चक्कर लगाना आरंभ किया तो पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। याची ने आईजी रेवाडी रेंज से भी फरियाद की परंतु कोई कदम नहीं उठाया गया।
इसका कारण याची को पता चला कि आरोपी पूर्व ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के करीबी हैं। इसके कारण अब याची के पास न्यायालय के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचा है, जहां से वह इंसाफ पा सके। हाईकोर्ट ने याची पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद हरियाणा सरकार, डीजीपी, एसपी नूंह, एसएचओ सहित अन्य प्रतिवादियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।





