नागपुर और अमरावती विभाग में पिछले साल के मुकाबले आधा पानी

मुंबई. महाराष्ट्र में हुई दमदार बारिश से जलाशयों में पानी की क्षमता बढ़कर 50.12 प्रतिशत हो गई है, लेकिन अमरावती और नागपुर विभाग में उम्मीद के मुताबिक जल संचय नहीं हो पाया है। दोनों विभागों में पिछले साल के मुकाबले आधा पानी उपलब्ध है। यहां स्थिति चिंताजनक नजर आ रही है। अमरावती विभाग में बीते साल 30 जुलाई के 40.93 प्रतिशत के मुकाबले फिलहाल 21.54 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। जबकि नागपुर विभाग में पिछले साल के 40.74 प्रतिशत की तुलना में अभी 19.45 प्रतिशत पानी है।

हालांकि जलसंसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते साल की तुलना में राज्य में फिलहाल 12.25 प्रतिशत पानी ज्यादा उपलब्ध है। 30 जुलाई 2016 को राज्य भर के जलाशयों में 37.87 प्रतिशत पानी मौजूद था।
भंडारा के गोसीखुर्द बांध में 54 टीएमसी, कामठी खैरी में 72 टीएमसी, तोतलडोह में 113 टीएमसी, निम्न वर्धा में 56 टीएमसी, जायकवाड़ी में 984 टीएमसी, मांजरा में 40 टीएमसी, वाघूर में 159 टीएमसी, गंगापुर जलशाय में 129 टीएमसी पानी उपलब्ध है।
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कोंकण के जलाशयों में है सबसे ज्यादा पानी
राज्य में कुल 3,246 बांध हैं। इनमें कोंकण विभाग के 175 जलाशयों में सबसे अधिक 86.17 प्रतिशत, पुणे विभाग के 725 जलाशयों में 68.25 प्रतिशत, नाशिक विभाग के 555 जलाशयों में 55.02 प्रतिशत और मराठवाड़ा विभाग के 956 जलाशयों में 25.24 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। सबसे अधिक राहत मराठवाड़ा वासियों को मिली है क्योंकि पिछले साल इसी समय संभाग में केवल 6.89 प्रतिशत पानी उपलब्ध था।
राज्य में कुल 3,246 बांध हैं। इनमें कोंकण विभाग के 175 जलाशयों में सबसे अधिक 86.17 प्रतिशत, पुणे विभाग के 725 जलाशयों में 68.25 प्रतिशत, नाशिक विभाग के 555 जलाशयों में 55.02 प्रतिशत और मराठवाड़ा विभाग के 956 जलाशयों में 25.24 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। सबसे अधिक राहत मराठवाड़ा वासियों को मिली है क्योंकि पिछले साल इसी समय संभाग में केवल 6.89 प्रतिशत पानी उपलब्ध था।