नक्सलियों से लोहा लेते हुए अपना पैर गंवाने वाले कृष्ण गुर्जर से मिले गृह मंत्री शाह

बहरोड के बानसूर क्षेत्र के गांव बबेरा के रहने वाले सीआरपीएफ जवान कृष्ण गुर्जर ने देश सेवा का ऐसा अदम्य साहस दिखाया है, जो हर देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर देता है। बीजापुर (छत्तीसगढ़) में तैनात सिपाही कृष्ण गुर्जर 10 मई को नक्सल विरोधी एक सफल मिशन से लौट रहे थे, जब एक आईईडी ब्लास्ट में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इस धमाके में उनका एक पैर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसे डॉक्टर्स को काटना पड़ा।
इससे पहले कि यह हादसा होता, कृष्ण गुर्जर और उनकी टीम ने 26 नक्सलियों को मार गिराया था और दो ट्रकों में भरकर भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया था। यह भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। लेकिन इस वीरता की कीमत उन्हें अपने शरीर के एक हिस्से के रूप में चुकानी पड़ी। घायल जवान का इलाज फिलहाल दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अस्पताल पहुंचकर कृष्ण गुर्जर से मुलाकात की, उनका हालचाल जाना और उनके अद्वितीय साहस और देशभक्ति को सलाम किया।