नए इंदौर के हिसाब से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन का विस्तार, नई बिल्डिंग, प्लेटफार्म हो रहे तैयार!

रेलवे स्टेशन का विस्तार तो रेल विभाग कर रहा है, लेकिन स्टेशन तक जाने की सड़क का चौड़ीकरण नगर निगम को करना है। भागीरथपुरा से परदेशीपुरा तक आने वाली सड़क 40 फीट चौड़ी है।

बीते 30 सालों में इंदौर की बसाहट फैली है। नगर निगम सीमा भी बढ़ी, लेकिन शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन पर ही ज्यादातर ट्रेनें रुकती है। इस स्टेशन के दबाव को कम करने के लिए अब दूसरे रेलवे स्टेशनों का भी विस्तार किया जा रहा है। नई बसाहट के हिसाब से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन शहवासियों की पहुंच में है, लेकिन उसकी तरफ रेलव ने कभी ध्यान नहीं दिया,लेकिन अब स्टेशन के मुख्य बिल्डिंग, प्लेटफार्म व दूसरी तरफ के गेट का निर्माण किया जा रहा है। इसके बनने के बाद यहां ट्रेनों के स्टाॅपेज बढ़ेंगे।

उधर इंदौर के मुख्य रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट भी शुरू होने वाला हैै। सिंहस्थ तक नया स्टेशन शुरू होगा। निर्माण अवधि में मुख्य रेलवे स्टेशन से चलने वाली रेल गाडि़यां लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन से संचालित होगी। बारिश के बाद अहमदाबाद की कंपनी काम शुरू कर देगी। इस प्रोजेक्ट पर साढ़े चार सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे।

सिंहस्थ से पहले तैयार हो जाएगा स्टेशन

लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन का 60 प्रतिशत काम हो चुका है। डेढ़ साल में यह बनकर तैयार हो जाएगा। रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया कि लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन के री डेवल्पमेंट का काम सालभर पहले शुरू हुआ है। दो नए प्लेटफार्म और नई स्टेशन बिल्डिंग का काम जारी है। तय समयसीमा में निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके बाद यहां ट्रेनों का ठहराव भी बढ़ जाएगा।

स्टेशन की एंट्री की सड़क संकरी

रेलवे स्टेशन का विस्तार तो रेल विभाग कर रहा है, लेकिन स्टेशन तक जाने की सड़क का चौड़ीकरण नगर निगम को करना है। भागीरथपुरा से परदेशीपुरा तक आने वाली सड़क 40 फीट चौड़ी है। इसके अलावा स्टेशन के आसपास बस्ती के अवैध निर्माण से एमआर-4 सड़क भी नहीं बन पा रही है।

स्टेशन बनने तक यदि रोड नेटवर्क तैयार नहीं हो पाया तो फिर यात्रियों को यहां आने में परेशानी होगी। ट्रेनों के ठहराव बढ़ने से मार्ग पर ट्रैफिक का भी इजाफा होगा। फिलहाल यहां प्रतिदिन चलने वाली 9 रेलगाडि़यां दो मिनट का ठहराव लेती है।

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