धुर वामपंथी संगठन ‘एंटीफा’ को ट्रंप ने आतंकी संगठन घोषित किया

सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) जो कि एक गैर-लाभकारी नीति अनुसंधान संगठन है, उसने एंटीफा को अति-वामपंथी उग्रवादियों का एक विकेन्द्रीकृत नेटवर्क बताया है जो उन लोगों का विरोध करते हैं जिन्हें वे फासीवादी, नस्लवादी या दक्षिणपंथी अतिवादी मानते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को धुर वामपंथी संगठन एंटीफा को एक ‘प्रमुख आतंकवादी संगठन’ घोषित कर दिया। यह घोषणा ट्रंप के करीबी सहयोगी और दक्षिणपंथी राजनीतिक कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या के कुछ दिनों बाद की गई। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्रुथ सोशल पर साझा एक पोस्ट में ट्रंप ने एंटीफा को वित्तपोषित करने वालों को भी जांच की चेतावनी दी है।

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर दी जानकारी
सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि ‘मुझे हमारे सभी अमेरिकी देशभक्तों को यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि मैं एंटीफा, एक बीमार, खतरनाक, कट्टरपंथी वामपंथी आपदा, को एक प्रमुख आतंकवादी संगठन घोषित कर रहा हूं। मैं यह भी अनुशंसा करता हूं कि एंटीफा को वित्तपोषित करने वालों की उच्चतम कानूनी मानकों और नियमों के अनुसार गहन जांच का सामना करना पड़ेगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!’

बता दें कि एंटीफा, फासीवाद-विरोधी का छोटा रूप है, जिसका इस्तेमाल अति-वामपंथी समूहों के लिए किया जाता है। इस सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने बताया कि चार्ली किर्क ने उन्हें जो अंतिम संदेश भेजा था, उसमें हिंसा को बढ़ावा देने के आरोपी अनाम वामपंथी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया गया था। मिलर ने कहा कि संघीय सरकार उन्हें खत्म करने के लिए हर उपलब्ध संसाधन का इस्तेमाल करेगी। मिलर उपराष्ट्रपति जेडी वेंस द्वारा आयोजित ‘द चार्ली किर्क शो’ पॉडकास्ट के दौरान ये बात कही।

एंटीफा क्या है?
सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) जो कि एक गैर-लाभकारी नीति अनुसंधान संगठन है, उसने एंटीफा को अति-वामपंथी उग्रवादियों का एक विकेन्द्रीकृत नेटवर्क बताया है जो उन लोगों का विरोध करते हैं जिन्हें वे फासीवादी, नस्लवादी या दक्षिणपंथी अतिवादी मानते हैं। एंटीफा समूह अक्सर दक्षिणपंथी सभाओं और रैलियों को बाधित करने के लिए विरोध प्रदर्शन करते हैं। कहा जाता है कि वे सोशल मीडिया, एन्क्रिप्टेड पीयर-टू-पीयर नेटवर्क और सिग्नल जैसी मैसेजिंग सेवाओं के माध्यम से अपनी गतिविधियां संचालित करते हैं।

चार्ली किर्क की हत्या
31 वर्षीय चार्ली किर्क की 10 सितंबर को यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान हत्या कर दी गई। दक्षिणपंथी कार्यकर्ता की गर्दन में एक गोली लगने के कुछ ही क्षणों बाद संदिग्ध हमलावर घटनास्थल से भाग गया। 22 वर्षीय टायलर रॉबिन्सन को किर्क की हत्या के संदिग्ध के रूप में गिरफ्तार किया गया है।

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