धीरे-धीरे शरीर का सारा कैल्शियम चूस जाते हैं ये 6 फूड्स

कमजोर हड्डियों को अक्सर बुढ़ापे से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल के कारण युवाओं में भी हड्डियां कमजोर (Weak Bones) होने का खतरा बढ़ रहा है। दरअसल, शरीर में कैल्शियम कम होने की वजह से हड्डियों की डेंसिटी कम होने लगती है और वे कमजोर होते जाते हैं। इस कारण युवाओं को भी ओस्टियोपोरोसिस अपनी चपेट में ले सकता है।

इसलिए डाइट में कैल्शियम इनटेक पर ध्यान देना जरूरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ फूड्स शरीर में कैल्शियम बढ़ाने में मदद करते हैं, तो वहीं कुछ फूड्स ऐसे भी हैं, जो हड्डियों का कैल्शियम कम (Calcium Deficiency) कर सकते हैं। जी हां, कुछ ऐसे फूड्स (Foods Harmful for Bones) भी हैं, जिन्हें ज्यादा मात्रा में खाने से शरीर का कैल्शियम कम हो सकता है। आइए जानें इनके नाम।

ज्यादा नमक खाना
ज्यादा नमक खाने से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे किडनी यूरिन के जरिए ज्यादा कैल्शियम बाहर निकाल देती है। WHO के अनुसार, एक दिन में 5 ग्राम (1 चम्मच) से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। प्रोसेस्ड फूड, चिप्स, नमकीन और फास्ट फूड में सोडियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो कैल्शियम की कमी का कारण बन सकता है।

सॉफ्ट ड्रिंक्स (कार्बोनेटेड ड्रिंक्स)
कोल्ड ड्रिंक्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स में फॉस्फोरिक एसिड होता है, जो शरीर में कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन को कम कर देता है। इसके अलावा, ये ड्रिंक्स यूरिन के जरिए कैल्शियम को बाहर निकाल देते हैं, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।

कैफीन (चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स)
ज्यादा मात्रा में कैफीन पीने से कैल्शियम का अब्जॉर्प्शन प्रभावित होता है। कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन यूरिन के जरिए कैल्शियम को बाहर निकाल देता है। एक दिन में 2-3 कप से ज्यादा कॉफी या चाय नहीं पीनी चाहिए।

ज्यादा शराब पीना
शराब भी कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन को रोकता है और विटामिन-डी के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है, जो कैल्शियम के लिए जरूरी है। इसके अलावा, शराब लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचाती है, जिससे कैल्शियम का बैलेंस बिगड़ जाता है।

हाई प्रोटीन डाइट
प्रोटीन शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन ज्यादा मात्रा में एनिमल प्रोटीन, जैसे- रेड मीट लेने से यूरिन में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए सीमित मात्रा में प्रोटीन लेना चाहिए और प्लांट-बेस्ड प्रोटीन (दाल, सोयाबीन) को भी डाइट में शामिल करना चाहिए।

फाइटिक एसिड और ऑक्सालेट वाले फूड्स
कुछ पौधों, जैसे- अनाज, बीन्स में फाइटिक एसिड और,पालक, चौलाई आदि में ऑक्सालेट पाया जाता है, जो कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन को रोकते हैं। हालांकि, इन चीजों को पकाने या भिगोकर खाने से फाइटिक एसिड और ऑक्सालेट का असर कम हो जाता है।

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