दो हिस्सों में बंटेगी सबसे बड़ी FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर

देश की सबसे दिग्गज FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) के शेयर 1 दिसंबर को एक फीसदी से ज्यादा उछल गए। दरअसल, एचयूएल के शेयरों में यह तेजी कंपनी के डीमर्जर को लेकर हुए एक अहम ऐलान के बाद आई है। दरअसल, हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपना आइसक्रीम बिजनेस अलग कर लिया है, और HUL व क्वालिटी वॉल्स के डीमर्जर को लेकर रिकॉर्ड डेट (Record Date 5 दिसंबर तय की है। कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों को 1:1 रेशियो के आधार पर, एचयूएल एक शेयर के बदले में क्वालिटी वॉल्स का एक शेयर मिलेगा।

कंपनी ने डीमर्जर को लेकर शेयरधारकों के कुछ अहम सवालों का जवाब दिया है। आइये आपको बताते हैं इस डीमर्जर का असर मौजूदा शेयरधारकों पर किस तरह असर होगा।

कब होगी क्वालिटी वॉल्स की लिस्टिंग
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 28 नवंबर को ऐलान किया था कि क्वालिटी वॉल्स इंडिया को 5 दिसंबर से निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल किया जाएगा। देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी HUL द्वारा अपने आइसक्रीम कारोबार को क्वालिटी वॉल्स इंडिया में विभाजित करने की योजना से पहले, स्टॉक एक्सचेंज 5 दिसंबर को एचयूएल के लिए एक स्पेशल प्री-ओपन सेशन आयोजित करेगा।

हिंदुस्तान यूनिलीवर ने कहा कि उसके आइसक्रीम बिजनेस, क्वालिटी वॉल्स इंडिया (KWIL) का डीमर्जर और उसके बाद उसकी लिस्टिंग का उद्देश्य इस कंपनी की पूरी क्षमता को साकार करना है। क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) ‘क्वालिटी वॉल्स’, ‘कॉर्नेटो’ और ‘मैग्नम’ जैसे लोकप्रिय आइसक्रीम ब्रांड्स का संचालन करती है। राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) ने 30 अक्टूबर को इस डीमर्जर प्लान को मंजूरी दे दी।

रिकॉर्ड और अलॉटमेंट डेट व लिस्टिंग
डीमर्जर प्लान के तहत नए शेयरों का अलॉटमेंट की डेट 29 दिसंबर तय की गई है। वहीं, शेयरधारकों की पात्रता निर्धारित करने हेतु रिकॉर्ड डेट 5 दिसंबर निर्धारित की गई है। एचयूएल ने कहा कि अलग हुए क्वालिटी वॉल्स इंडिया के शेयरों के आवंटन, क्रेडिट और लिस्टिंग की प्रक्रिया समय पर पूरी की जाएगी। बाजार नियामक सेबी के नियमों के अनुसार, अलग हुई इकाई के शेयरों को एनसीएलटी द्वारा डीमर्जर योजना को मंजूरी मिलने के 60 दिनों के भीतर लिस्ट करना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button