देहरादून में बारिश से चारों ओर तबाही…62 सड़कों को हुआ नुकसान

दून घाटी में में आई आपदा ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। चंद घंटों की बारिश में विभिन्न विभागों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। कुछ ही घंटों की बारिश में विभिन्न विभागों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। इस आपदा में 13 छोटे-बड़े पुल और 10 पुलियाँ पूरी तरह से टूट गईं।

पूरे जिले में दो घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 31 मकानों की दीवारें ढह गई हैं। इसके अलावा, नदी-नालों के किनारे बने 24 पुश्ते भी तेज बहाव में ढह गए। किसानों के खेत, खलिहान, तालाब और नहरों को भी भारी नुकसान हुआ है।

प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आपदा से जिले के सभी छह विकासखंडों में संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। इनमें सबसे अधिक संपत्तियों का नुकसान सहस्रधारा क्षेत्र में हुआ। इसके बाद रायपुर क्षेत्र में भी कई सड़कें और पुलिया तबाह हुईं। सदर क्षेत्र में कई इलाकों में मुख्य और संपर्क मार्ग टूट गए हैं। सैकड़ों घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है जबकि दो घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। कुछ सड़कों पर अस्थायी रूप से यातायात बहाल कर दिया गया है लेकिन कई जगहों पर अभी भी आवाजाही पूरी तरह से बंद है।

आपदा के कारण हुआ यह नुकसान
31 मकानों की दीवारें गिरी हैं
12 खेत बह गए हैं
12 नहरों को नुकसान पहुंचा है
21 छोटी-बड़ी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं जिनमें जिला और राज्य मार्ग शामिल हैं

इन प्रमुख पुलों को पहुंचा है नुकसान
प्रेमनगर नंदा की चौकी के पास हाईवे पर बना पुल क्षतिग्रस्त हुआ
टपकेश्वर मंदिर परिसर में तमसा नदी पर बना पुल टूटा
दून विहार में नाले पर बना पुल टूटने से बस्तियों का संपर्क कटा
मालदेवता क्षेत्र में टिहरी को जोड़ने वाले पुल की अप्रोच रोड टूटी

नंदा की चौकी का पुल टूटने से वैकल्पिक मार्गों पर लगा जाम
नंदा की चौकी के पास तमसा पर बने पुल का एक हिस्सा पानी में बह गया। इससे इस मार्ग पर पूरी तरह यातायात बंद कर दिया गया। लोगों ने जब वैकल्पिक मार्गों को चुना तो वहां भी जाम लग गया। शिमला बाईपास मार्ग पर पूरे दिन यातायात रुक-रुक कर चला। इसी तरह सहसपुर सभावाला मार्ग पर भी भारी जाम की स्थिति रही। पुलिस ने दिनभर लोगों को दूसरे मार्गों पर भेजा ताकि कोई परेशानी न हो। इसके चलते पूरे दिन पुलिसकर्मी भी भीगते हुए यातायात सुचारू करने में जुटे रहे।

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