दून समेत तीन जिलों में बारिश का येलो अलर्ट, मलबा आने से 284 सड़कें बंद

प्रदेश के कुछ जिलों में तेज दौर की बारिश की संभावना है। वहीं, आने वाले दिनों में मानसून हल्का पड़ेगा।

भले कुछ दिनों से मानसून की रफ्तार में कमी आई है लेकिन बीते सप्ताह की बात करें तो प्रदेश में सामान्य से 200 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इसके चलते कई इलाकों में आपदा जैसे हालात भी बने हैं। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से आज देहरादून, चंपावत और नैनीताल जिले में तेज दौर की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी बिजली चमकने के साथ तेज दौर की बारिश हो सकती है। हालांकि मैदानी इलाकों में दिन के समय चटख धूप खिलने से गर्मी परेशान करेगी।

वहीं, आने वाले दिनों में प्रदेशभर में हल्की बारिश के आसार हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रदेश में 28 अगस्त से तीन सितंबर तक 187.6 एमएम बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से करीब 200 फीसदी अधिक है। सबसे अधिक बारिश बागेश्वर जिले में दर्ज की गई है। यहां सप्ताह भर में 274.3 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य से 686 फीसदी ज्यादा है। दूसरे नंबर पर सबसे अधिक बारिश ऊधमसिंह नगर जिले में 327 एमएम दर्ज की गई, जो सामान्य से 440 फीसदी अधिक है। सबसे कम बारिश पौड़ी में 73 एमएम रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य से नौ प्रतिशत कम है।

प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 284 सड़कें बंद
प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 284 सड़कें बंद हो गईं हैं। इसमें सबसे अधिक 54 सड़कें उत्तरकाशी जिले की हैं। इसके अलावा पौड़ी में 24, चमोली में 41, टिहरी में 24, रुद्रप्रयाग मे 29, उत्तरकाशी में 54, देहरादून में 18, हरिद्वार में 17, पिथौरागढ़ में 23, चंपावत में दो, अल्मोड़ा में 32, बागेश्ववर में पांच, नैनीताल में 10 और ऊधमसिंह नगर में 10 सड़कें बंद हैं।

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