दुल्हन को मिला दहेज, सोना, कैश और 100 बिल्लियां, कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश!

भारत में दहेज की पुरानी परंपरा को अब गैरकानूनी बना दिया गया है. पर क्या आप जानते हैं कि कुछ विदेशी देशों में भी दहेज की परंपरा है. वियतनाम में दुल्हन को उसके माता-पिता की ओर से ऐसा दहेज मिला, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है. वियतनाम से एक बेहद अनोखी और चर्चा में रही शादी की खबर सामने आई है, जिसमें एक 22 वर्षीय दुल्हन को उसके माता-पिता की ओर से ऐसा दहेज मिला है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया. इस दहेज में 100 सिवेट बिल्लियां शामिल थीं, जिनकी कीमत लगभग 70,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 58 लाख रुपये) बताई जा रही है. यही नहीं, इस असाधारण दहेज में 25 सोने की ईंटें, 20,000 डॉलर नकद, 3 लाख वियतनामी डोंग के शेयर और कई महंगी प्रॉपर्टीज भी शामिल थीं.
सिवेट बिल्ली एक खास प्रकार का जानवर है जो दक्षिण एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है. यह जानवर इसलिए खास माना जाता है क्योंकि इसकी मदद से दुनिया की सबसे महंगी कॉफी “कोपी लुवाक” (Kopi Luwak) बनाई जाती है. इस प्रक्रिया में सिवेट बिल्ली पकी हुई कॉफी चेरी खाती है और उसके मल से निकले बीजों को साफ करके कॉफी तैयार की जाती है. एक मादा सिवेट जिसकी पहले संतान हो चुकी हो, उसकी कीमत करीब 700 डॉलर होती है, जबकि गर्भवती सिवेट की कीमत 1,050 डॉलर तक जाती है. इसके अलावा वियतनाम और चीन में सिवेट मांस को लक्ज़री भोजन और चीनी पारंपरिक दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इन जानवरों का व्यापार और भी मूल्यवान हो जाता है.
दहेज में मिली बिल्लियां
दुल्हन के पिता होंग ची टाम ने बताया कि उनकी बेटी एक बिजनेस स्कूल से पढ़ी-लिखी है और अब वह पारिवारिक कारोबार संभालने में सक्षम है. उन्होंने कहा- “मैंने अपनी बेटी को ऐसी संपत्ति दी है जो उसे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना सकती है. वह चाहें तो इन सिवेट बिल्लियों को पाल सकती हैं या उन्हें बेचकर आगे निवेश कर सकती हैं. यह उनकी स्वतंत्रता का प्रतीक है.” जहां वधु पक्ष ने भव्य दहेज दिया, वहीं वर पक्ष ने भी पीछे नहीं हटते हुए 10 टेल सोना, 200 मिलियन डोंग नकद और डायमंड ज्वेलरी भेंट की. यह सौगातें एशियाई संस्कृति में दहेज और ‘ब्राइड प्राइस’ के महत्व को दर्शाती हैं, जो ना सिर्फ परिवार की संपन्नता को दिखाते हैं बल्कि यह भी बताते हैं कि बेटी को एक नए जीवन में कितनी मजबूती से भेजा जा रहा है.
दहेज को लेकर सोशल मीडिया पर होने लगे चर्चे
हालांकि, इस अनोखे दहेज को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. जहां कुछ लोग इसे पारिवारिक प्रेम और समर्थन की मिसाल मान रहे हैं, वहीं कुछ लोगों ने जानवरों के व्यापार और दहेज प्रथा पर सवाल भी उठाए हैं. वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन इंटरनेशनल के अनुसार, सिवेट बिल्लियों का व्यापार अक्सर बेहद क्रूर तरीकों से होता है. जंगली सिवेट को जाल और बॉक्स ट्रैप्स के जरिए पकड़ा जाता है, फिर उन्हें बेहद छोटे पिंजरों में रखकर फार्मों में भेजा जाता है, जहां उन्हें उचित भोजन और जगह नहीं मिलती. इससे जानवरों को काफी तनाव और पीड़ा झेलनी पड़ती है.