दिल्ली विधानसभा में ‘फांसी घर’ पर जोरदार बहस, ब्रिटिश परिषद से मांगे गए ऐतिहासिक दस्तावेज

इस दौरान लोकतंत्र, शिक्षा और दिल्ली विधानसभा की ऐतिहासिक विरासत पर खुलकर बात हुई। विजेंद्र गुप्ता ने ब्रिटिश परिषद से दिल्ली विधानसभा से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज मांगे।

विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मंगलवार को ब्रिटेन की संसद की उपाध्यक्ष नुसरत घानी के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इस दौरान लोकतंत्र, शिक्षा और दिल्ली विधानसभा की ऐतिहासिक विरासत पर खुलकर बात हुई। विजेंद्र गुप्ता ने ब्रिटिश परिषद से दिल्ली विधानसभा से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज मांगे।

विजेंद्र गुप्ता ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि दिल्ली विधानसभा भवन कभी ब्रिटिश इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल था। इसे वे राष्ट्रीय विरासत के रूप में सहेजने की तैयारी कर रहे हैं। भारत-ब्रिटेन के रिश्तों और दिल्ली की नेट-जीरो कार्बन विधानसभा की उपलब्धियों को साझा किया। नुसरत घानी ने दिल्ली विधानसभा की मेजबानी और इसकी आधुनिक पहलों की सराहना की।

विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि भारत-ब्रिटेन के बीच आर्थिक और व्यापार समझौते (सीईटीए) और विजन 2035 से रिश्ते मजबूत हो रहे हैं। उन्होंने 1.7 लाख भारतीय छात्रों के ब्रिटेन में पढ़ाई और गुरुग्राम में साउथहैम्पटन विश्वविद्यालय के नए कैंपस की पहल की तारीफ की। विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने पेपरलेस ई-विधान प्रणाली (नेवा) और 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र की जानकारी दी।

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