दिल्ली: पुलिसकर्मी की पिस्तौल चोरी करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, CCTV की मदद से पकड़े

पुलिस पिस्तौल चोरी करने वाले मुख्य आरोपी दीपक कुमार की तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की पहचान की।
मॉडल टाऊन स्थित दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की रिहायशी कॉलोनी स्थित अपराध शाखा में तैनात एसआई के घर से सरकारी पिस्तौल और अन्य सामान चोरी करने वाले तीन आरोपियों को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों संदीप, अनमोल और सुनील के पास से सरकारी पिस्तौल बरामद कर ली है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। जबकि पुलिस पिस्तौल चोरी करने वाले मुख्य आरोपी दीपक कुमार की तलाश कर रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित पुलिसकर्मी विकास कुमार अपने परिवार के साथ मॉडल टाऊन स्थित पुलिस कॉलोनी में रहता है। एसआई विकास कुमार की तैनाती सनलाइट कॉलोनी अपराध शाखा के आफिस में है। पुलिस को दिए बयान में उसने बताया कि उनकी टीम के पास एक सूचना आई थी कि कुछ बदमाशों को पकड़ने के लिए देर रात छापेमारी हो सकती है। 5 अगस्त को उन्होंने पिस्तौल, कारतूस और हथकड़ी जारी कराके अपने घर ले गए। छह अगस्त की सुबह वह अपने बेटी को स्कूल छोड़ने के लिए चले गए। इस दौरान उनके घर में पत्नी रसोई में थी और बेटा अपने कमरे में सो रहा था। स्कूल से लौट कर वह तैयार हुए और आफिस जाने के लिए निकले। इस दौरान उन्होंने देखा कि घर की टेबल पर रखी उनकी सरकारी पिस्तौल, लैपटॉप, डायरी और हथकड़ी गायब थी। गायब सामान की पूरे घर में तलाश की गई, लेकिन सामान नहीं मिला। उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने संबंधित धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू की।
तीन गिरफ्तार, पिस्तौल बरामद
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की पहचान की। आरोपी की पहचान के बाद उसकी जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि वह दिल्ली छोड़ गया है। उसके सम्पर्क में जो लोग है वह दिल्ली में ही हैं। पुलिस ने सीडीआर की मदद से आरोपी दीपक के दोस्तों की जानकारी निकाली और अलग अलग जगहों पर छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों में शामिल अनमोल के पास से खाली मैगजीन, सुनील के पास से कारतूस और संदीप के पास से पिस्तौल बरामद की। चोरी करने वाले दीपक की पुलिस अभी तलाश कर रही है। मामले में कोर्ट में पेश अधिवक्ता दीपक त्यागी ने बताया कि तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। जांच में सामने आया है कि आरोपी ने सरकारी पिस्तौल ठिकाने लगाने के लिए तीनों को वह दी थी।