दिल्ली: गैस सिलेंडर फटने से 2 बच्चों की मौत…

दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में शनिवार 31 मई को एक दुखद हादसा हो गया। एक गोदाम में सीएनजी गैस सिलेंडर फटने से हुए भीषण विस्फोट में तीन सगे भाई समेत चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इस हादसे में घायल हुए साकिब और अब्बास नाम के दो बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे ईद से पहले उनके परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं।

विस्फोट और उसके बाद का मंज़र
जानकारी के अनुसार, यह दर्दनाक धमाका शाम करीब 4:10 बजे हुआ। धमाके की आवाज़ इतनी ज़ोरदार थी कि आस-पास के लोगों को लगा जैसे कोई बम फटा हो। हादसे के समय तीनों बच्चे गली में खेल रहे थे, जब अचानक यह विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना भयंकर था कि बच्चों के शरीर से कपड़े तक जल गए। हादसे में झुलसे चारों लोगों को तुरंत जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन साकिब और अब्बास की जान नहीं बचाई जा सकी। तीसरे बच्चे की हालत भी गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है ताकि विस्फोट के कारणों और जिम्मेदारियों का पता लगाया जा सके।

मां का दर्द और परिवार का मातम
जीटीबी अस्पताल की इमरजेंसी में बच्चों की मां शबाना का रो-रोकर बुरा हाल था। उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। साथ बैठी महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रही थीं, लेकिन शबाना बस अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगा रही थीं।

शबाना ने बिलखते हुए बताया, “ईद के लिए मैं शाम को शनि बाजार से बच्चों के लिए नए कपड़े लेने जाने वाली थी। ये क्या हो गया।” वह अपने पति के साथ अनूपशहर से यहां बच्चों की पढ़ाई के लिए आई थीं। उनके बच्चे ओ-ब्लॉक में निगम स्कूल में पढ़ने जाते हैं।

शबाना ने कहा, “सोचा था कि बच्चे खेल कर ऊपर आ जाएंगे तो उनको लेकर शनि बाजार जाऊंगी। ऐसा कर पाती उससे पहले हादसा हो गया, जब धमाका होने पर वह घर से बाहर निकलीं, तो उनके बच्चे घायल सड़क पर पड़े थे और उनके शरीर पर कपड़े नहीं थे।

बच्चों के नाना नईम ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “जिसकी लापरवाही से हादसा हुआ है, उनको कड़ी सजा मिलनी चाहिए। प्रशासन को भी सजग होना चाहिए और अवैध गतिविधियों को रोकना चाहिए।”

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