दिल्ली-एनसीआर में गणपति विसर्जन के नियम

गणपति विसर्जन केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि पर्यावरण की जिम्मेदारी भी है। दिल्ली-एनसीआर के भक्त प्रशासन द्वारा तय किए गए सुरक्षित स्थलों पर विसर्जन कर परंपरा और प्रकृति दोनों की रक्षा कर सकते हैं। आइए जानते हैं दिल्ली एनसीआर में कहां कर सकते हैं गणपति विसर्जन।

गणेश चतुर्थी 2025 के बाद गणपति विसर्जन का समय आ गया है। वैसे तो गणपति विसर्जन स्थापना के डेढ़, तीन, पांच या सातवें दिन पर भी हो सकता है। लेकिन गणपति विसर्जन की मुख्य तिथि 10 दिन के गणेश उत्सव के बाद होती है। इस वर्ष गणपति विसर्जन 6 सितंबर 2025 को किया जाएगा। जिन लोगों ने अपने घर या पंडाल में गणपति स्थापना की थी, वह विसर्जन के लिए एक उपयुक्त स्थान की तलाश में होंगे। अगर आप दिल्ली एनसीआर के रहने वाले हैं तो प्रशासन ने आपके लिए सुरक्षित स्थल और कुछ खास गाइडलाइन जारी की है। भक्तों की सुविधा के लिए यह जानकारी बेहद जरूरी है। गणपति विसर्जन केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि पर्यावरण की जिम्मेदारी भी है। दिल्ली-एनसीआर के भक्त प्रशासन द्वारा तय किए गए सुरक्षित स्थलों पर विसर्जन कर परंपरा और प्रकृति दोनों की रक्षा कर सकते हैं। आइए जानते हैं दिल्ली एनसीआर में कहां कर सकते हैं गणपति विसर्जन।

दिल्ली में गणपति विसर्जन के प्रमुख स्थल
गणपति विसर्जन के लिए प्रशासन ने दिल्ली-एनसीआर में कुछ जगहें बनाईं हैं। यमुना को प्रदूषित होने से बचाने और व्यवस्थित तरीके से पर्व मनाने के उद्देश्य से प्रशासन ने तीन स्थानों को विसर्जन स्थल बनाया है। पहला करोल बाग स्थित अजमल खान पार्क, दूसरा कोतवाली क्षेत्र का गोपाल मालिक पार्क और तीसरा, सिविल लाइंस इलाके में निर्धारित स्थल को इसमें शामिल किया गया है। हाललांकि फिर भी अगर आप विसर्जन की पूरी प्रक्रिया चाहते हैं तो शाहदरा जा सकते हैं। यहां हर साल बड़े से बड़ी मूर्ति विसर्जन के लिए लाई जाती है।

ध्यान रखें कि प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली में कई जगहों पर विसर्जन की अनुमति नहीं है। खासकर यमुना नदी में बप्पा को विसर्जन के लिए आप नहीं ले जा सकते हैं। विसर्जन के कुछ नियम और गाइड लाइन भी तय की गई हैं। ऐसे में अगर आप गणपति विसर्जन के लिए जा रहे हैं तो पहले ही सभी जानकारी जान लें।

प्रशासन की गाइडलाइन
दिल्ली-एनसीआर प्रशासन ने साफ निर्देश दिए हैं कि विसर्जन के समय इको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियों का ही उपयोग करें। प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों पर रोक लगाई गई है। साथ ही, भक्तों को नदी में प्लास्टिक, कपड़े और सजावटी सामान फेंकने की अनुमति नहीं होगी।

भक्तों के लिए सुझाव
यदि आप गणपति विसर्जन 2025 में शामिल होना चाहते हैं तो नजदीकी अधिकृत स्थल की जानकारी पहले से जुटा लें। भीड़ से बचने के लिए सुबह या दोपहर का समय चुनें और नियमों का पालन करें। इससे आपका विसर्जन अनुभव सुरक्षित और सहज रहेगा।

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