दादरी का दर्द

daadree-300x169एक हिंसक भीड़, या यूँ कहें एक ऐसी जमात जो किसी आतंक से कम नहीं है. आतंकियों की भीड़ ने पहले एक बेकसूर व्यक्ति को मारा और अब राजनीति उनके पूरे परिवार को मार रही है. बीजेपी व नॉएडा के सांसद ने पुरे हत्याकांड को सिर्फ़ एक हादसा कह दिया, तो उनसे कई कदम आकर विश्व हिन्दू परिषद् की नेता साध्वी प्राची ने कह दिया की “गौ मॉस खाने वाले के साथ ऐसा ही होना चाहिए”. वहीँ अब एक-एक कर के सभी राजनीतिक दलों के नेता आते-जाते रहे. फिर शुरू हुई एक राजनीतिक दावत, जहाँ हर कोई एक-एक करके अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंक रहा है.

गिरफ्तारियों के दौर में बीजेपी के नेता के बेटे विशाल का नाम सामने आता है, और फिर मिल जाता है विरोधियों को आरोप लगाने का मौका. शनिवार सुबह जिस तरह गाँववालों ने पुरे गाँव को घेर लिया और मीडिया पर पथराव किया. मृतक के पुरे परिवार की आवाज़ को बाहर न आने दिया वो कुछ नहीं माहौल की गर्मी को शांत करने की कोशिश थी, ताकि किसी तरह असली गुनेह्गारों को बचाया जा सकें. आखिर क्या वजह है की अखलाक की मौत पर उनके पुरे परिवार को बाहरी दुनिया से अलग कर दिया गया. तब कहा थे ये गाँव वाले जब अखलाक को मारा जा रहा था अगर तब सोये थे तो अब क्यों मीडिया को गाँव में नहीं जाने दिया जा रहा है. आखिर मीडिया ही तो है जिसकें प्रचार से ऐसा घिनौना अपराध सामने आया है.

हजारों के गाँव में अगर चंद लोग मिल कर एक बेकसूर को मार देते है, और पूरा समाज उसे न तो बचाने और न ही उन हैवानों को रोकने को कोशिश करता है तो फ़िर उसे पुरे समाज ने मिल के सामूहिक रूप से एक व्यक्ति की हत्या की है. जिन दो-चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, वो तो बेचारें बेगुनाह है अरे उनकी क्या गलती वो तो खुद अपनी दिमागी बीमारी से रोगी है और इसी रोग में उन्होंने हत्या कर दी. लेकिन कहाँ थे वो हजारों पढ़े-लिखें सभ्य समाज के लोग जो उसे भीड़ का हिस्सा न होते हुए भी भीड़ का हिस्सा थे.

गुनाह के खिलाफ़ आपकी ख़ामोशी आपकों भी उतना ही दोषी बनती है जितना वो दो-चार दिमागी रोगीं. और मैं कहूँ तो असल गुनहगार तो आप ही है. और शायद में भी हूँ क्योकिं कहीं न कहीं मैं भी इस समाज, इस जंगली समाज का हिस्सा हूँ. सरकार का ये अधुरा इंसाफ कब तक चलेगा, सरकार को चाहिए को वो पुरे गाँव के खिलाफ़ हत्या, हत्या की शाज़िश, हत्या में साथ देना, और हत्या की कोशिश की धाराओं के तहत मुकदमा चलाया जाये.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button