थाईलैंड में रोमांटिक अंदाज में मनाई छुट्टियां, फिर जैसे लौटे घर, एयरपोर्ट पर पुलिस ने तुरंत कर लिया अरेस्ट

आजकल कई ऐसे लोग हैं, जो थाईलैंड जैसे देशों में अपने पार्टनर के साथ रोमांटिक छुट्टियां मनाने जाते हैं. वहां पर लोग जमकर सी लाइफ और नाइटलाइफ एन्जॉय करते हैं. साथ ही बार में जाकर जमकर मस्ती भी करते हैं. इसके अलावा मसाज करवाने से लेकर टाइगर सफारी का भी सैर करते हैं. लेकिन एक कपल के लिए थाईलैंड घूमना मुश्किल लेकर आ गया. ब्रिटेन का रहने वाला ये कपल थाईलैंड से रोमांटिक छुट्टी मनाकर जब अपने देश लौटा तो एयरपोर्ट पर ही पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया. वजह भी चौंकाने वाली है. कपल का नाम सियान वॉरेन और डैनियल मैकडॉनल्ड है. इस ब्रिटिश जोड़े पर 11 करोड़ रुपए के गांजे की तस्करी का आरोप लगा है. हीथ्रो एयरपोर्ट पर पकड़े गए इस जोड़े की कहानी ने न केवल सुर्खियां बटोरीं, बल्कि यह भी उजागर किया कि कैसे आपराधिक गिरोह भोले-भाले पर्यटकों को अपने जाल में फंसा रहे हैं.

बताया जाता है कि ग्रेटर मैनचेस्टर के सैलफोर्ड में रहने वाली 34 साल की सियान वॉरेन और 36 साल के डैनियल मैकडॉनल्ड मई 2025 में बैंकॉक से छुट्टियां मनाकर लौट रहे थे. वो 27 मई को जैसे ही ब्रिटेन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर पहुंचे, वैसे ही नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) के अधिकारियों ने उनकी जांच की. उनके चार सूटकेस में 51 किलोग्राम से ज्यादा गांजा मिला, जिसकी कीमत 11 करोड़ रुपए आंकी गई. दोनों को उक्सब्रिज मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन पर क्लास B ड्रग्स आयात करने का आरोप लगा. उन्हें कर्फ्यू के साथ जमानत दी गई है और अगली सुनवाई 26 जून को आइलवर्थ क्राउन कोर्ट में होगी. हालांकि, वॉरेन के पिता टोनी ने द सन से कहा, “यह कोई गलतफहमी होगी. सियान ने कुछ भी नहीं लाया, बिल्कुल नहीं. उसके सूटकेस में सिर्फ कपड़े थे.” लेकिन चार सूटकेस में भारी मात्रा में गांजा मिलने से सवाल उठ रहे हैं. सियान एक बिल्डिंग बिजनेस में एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर काम करती हैं, जो डैनियल के पिता का है.

बता दें कि यह मामला अकेला नहीं है. हाल के हफ्तों में तीन ब्रिटिश महिलाएं भी ड्रग्स तस्करी के आरोप में सुर्खियों में आईं. बेला मे कुलन (18) को जॉर्जिया में थाईलैंड से 14 किलो गांजा और 2 किलो हशीश के साथ पकड़ा गया. अगले दिन, पूर्व TUI फ्लाइट अटेंडेंट शार्लोट मेहर ली को श्रीलंका में 46 किलो “कश” (उच्चे दर्जे का गांजा) के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसकी कीमत 12 लाख पाउंड (लगभग डेढ़ करोड़ रुपए) थी. इसके अलावा, लीड्स की इसाबेला डैगेच (21) मार्च से ही ड्रग्स के आरोप में जेल में है. द आईविटनेस प्रोजेक्ट के ऑपरेशन्स डायरेक्टर नथान पॉल साउथर्न ने चेतावनी दी है कि दक्षिण-पूर्व एशिया खासकर ‘गोल्डन ट्रायंगल’ यानी म्यांमार, थाईलैंड और लाओस की सीमाओं वाला क्षेत्र अब नशीले पदार्थों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गए हैं. यह क्षेत्र हाल ही में अफगानिस्तान को पीछे छोड़कर विश्व का सबसे बड़ा अफीम उत्पादक बन गया, जिससे हेरोइन बनाई जाती है.

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