तो इस कारण मनाई जाती है छोटी दीपावली

दोस्तों हिन्दू धर्म के मुताबिक दीपावली की बहुत मान्यता है, क्योकि इस दिन राम जी 14 वर्ष का वनवास काटकर आयोध्या अपनी नगरी पधारे थे तब लोगो ने उनके आने की ख़ुशी में ”दीपक से नगर को रोशन कर दिया था” और लोगो ने दीपक के साथ पटाखे भी जलाए थे, बस तब से लेकर आज तक दीपावली त्यौहार मनाया जाता है, लेकिन क्या आपको मालूम है की छोटी दीपावली क्यों मनाई जाती जाती है? इसके पीछे भी एक पौराणिक कथा है, जो हम आपको बताते है.

तो इस कारण मनाई जाती है छोटी दीपावली

श्रीमदभागवत कथा के अनुसार नरकासुर नाम का एक भयानक राक्षस था वह आकाश में घूमते-घूमते आकाश में ही अपना घर बना लिया, और धीरे धीरे उसने देवताओं का सब कुछ छीन लिया, तब भयभीत देवातागण देवराज इंद्र को साथ लेकर भगवान श्री कृष्ण के पास गए और नरकासुर के आतंक से बचने की विनती की.

तब भगवान श्री कृष्ण देवताओं की गुहार सुनकर गरुड़ राज पर सवार होकर नरकासुर से युद्ध करने चले गए उन्होंने वहां जाकर सभी राक्षसों का वध कर पांचजन्य शंख बजाया तो नरकासुर दिव्य रथ पर सवार होकर भगवान श्रीकृष्ण के पास आ गया और भगवान से युद्ध करने लगा, और युद्ध के समय भगवान ने उसकी छाती पर जब दिव्य शस्त्र से प्रहार किया तो नरकासुर धरती पर गिर गया.

भूमि की प्रार्थना पर भगवान श्री कृष्ण नरकासुर के निकट गए तथा उसे वर मांगने को कहा। नरकासुर ने कहा कि जो मनुष्य मेरी मृत्यु के दिन मांगलिक स्नान करेगा उसे कभी नरक यातना नहीं मिलेगी, भगवान ने विभिन्न राजाओं की 16000 कन्याओं को नरकासुर की कैद से रिहा भी कराया था, नरकासुर के मारे जाने की खुशी में दीवाली से एक दिन पहले इसीलिए नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीवाली मनाई जाती है.

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