तेजस्वी का केंद्र पर बोला हमला, कहा- तानाशाही भाजपा सरकार बेटे को पिता से नहीं मिलने दे रही 

बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शनिवार को रांची के रिम्स में इलाजरत अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंचे। अस्पताल प्रशासन ने उन्हें लालू से मिलने की अनुमति नहीं दी। जिसके बाद तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है। तेजस्वी ने ट्वीट किया कि कल शाम से रांची अस्पताल में इलाजरत अपने पिता से मिलने की प्रतीक्षा में हूं लेकिन तानाशाही भाजपा सरकार नियमानुसार एक बेटे को अपने पिता से मिलने भी नहीं दे रही है।तेजस्वी का केंद्र पर बोला हमला, कहा- तानाशाही भाजपा सरकार बेटे को पिता से नहीं मिलने दे रही 

तेजस्वी ने कहा, लालू जी के साथ साजिश की जा रही है। जेल सुरक्षा में और वो भी अस्पताल में इलाजरत रहते उनके कमरे में रोज छापामारी हो रही है। तेजस्वी ने आगे कहा कि दो सप्ताह पहले डॉक्टरों ने जेल अधीक्षक को लालू जी का इको और एक्सरे कराने को कहा था। लेकिन वह इसलिए नहीं हो पा रहा है कि उन्हें दूसरी बिल्डिंग में ले जाने के लिए सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। यह अन्याय है। सही व्यवहार नहीं किया जा रहा है। यह सरासर मानवीय मूल्यों का उल्लंघन है।

बता दें कि तेजस्वी यादव शनिवार को रांची के रिम्स में अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंचे थे। अस्पताल प्रशासन ने उन्हें लालू से मिलने की अनुमति नहीं दी। जिला प्रशासन ने कहा कि तेजस्वी ने आने में काफी देर कर दी। इस वजह से उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी गई। इसको लेकर काफी देर तक पुलिस और तेजस्वी बीच कहासुनी चलती रही। अस्पताल प्रशासन के इनकार कर देने के बाद भी तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने की बात पर अड़े रहे। 

वहीं इस पर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने आरोप लगाया था कि रांची जेल प्रशासन तेजस्वी यादव को अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात नहीं करने दे रहा है। पटना में पत्रकारों से बात करते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी शनिवार को अपने पिता से मिलने रांची पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि खबर मिल रही है कि प्रशासन उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दे रहा है। प्रशासन का कहना है कि तेजस्वी ने आने में देर कर दी। ऐसे में उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।  

शिवानंद तिवारी ने कहा था कि काफी दिनों के बाद तेजस्वी अपने पिता से मिलने गए हैं। यह बिलकुल तानाशाही और अमानवीय मनोवृत्ति का परिचायक है। उन्होंने कहा कि एक बेटा अपने पिता से मुलाकात के लिए निर्धारित दिन को भी नहीं मिल सकता है। उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन का रवैया ठीक नहीं है।

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