तुलसी व सालिग्राम का विवाह धूमधाम और विधिविधान से हरि भक्तों द्वारा निभायी गयी सारी रस्में

देवोत्थानी एकादशी के अवसर पर स्वामी नारायण मंदिर में तुलसी का प्रतीकात्मक विवाह महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कोठारी स्वामी हरिस्वरूपानंद ने बताया कि प्रबोधिनी एकादशी से ही भगवान चातुर्मास शयन से जागते हैं। इसके बाद ही मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। तुलसी व सालिग्राम का विवाह धूमधाम से मनाया गया। विधि विधान से सारी रस्में हरि भक्तों द्वारा निभायी गईं। यजमान दया भाई, मनजी भाई पटेल, प्रेमजी भगत, जीवराज भाई, प्रेमजी पटेल ने मंदिर के महंत ब्रह्मचारी स्वामी वासुदेवानंद और स्वामी हरिस्वरूपा नंद की अगुवाई में पूजन किया। प्रहलाद तिवारी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न कराया। नूतन जन्म स्थान स्मारक भवन से गाजे-बाजे के साथ बरात व शोभा यात्रा निकाली गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button