हो गया तीसरे World War की आहट; जानिए कौन पड़ेगा किस पर भारी

तीसरे World War की आहट पास आती जा रही है। रूस ने दुनिया के सामने पहली बार भविष्य के हथियारों की झलक पेश की है। ये बेहद भयावाह है।

हो गया तीसरे World War की आहट; जानिए कौन पड़ेगा किस पर भारी

दुनिया दो बार World War की विभीषिका को झेल चुकी है। विश्व युद्ध के दौरान जिस तरह से नरसंहार और व्यापक नुकसान होता है उसकी कल्पना मात्र से ही कलेजा कांप जाता है। नई पीढ़ी के लोगों ने केवल किताबों में पढ़ा और तस्वीरों में देखा होगा विश्व युद्ध के इतिहास को। लेकिन जिन्होने उस दौर को देखा और झेला है वो उसके बारे में बताते हुए भी कांप जाते हैं। ऐसे में अगर हम कहें कि तीसरे World War की आहट मिलने लगी है तो यकीनन आप भी हैरान हो जाएंगे। दुनिया में जिस तेजी से हथियारों की होड़ लगी हुई है। सभी देश नई-नई तकनीक के आधार पर विध्वंसक हथियार बना रहे हैं। उस से ये दुनिा एक बारूद का ढेर बनती जा रही है। इस बारूद के ढेर पर एक छोटी सी चिंगारी भी बड़ा धमाका कर सकती है।

जिस तरह से देशों के बीच आपसी विवाद बढ़ रहे हैं उस से तो यही लगता है कि तीसरा विश्व युद्ध जल्द हो सकता है। हथियारों की होड़ के बीच रूस ने दुनिया के सामने पहली बार भविष्य के परमाणु हथियारों की एक झलक पेश की है। इस झलक को देखकर World War की भयावाहता दिमाग में कौध जाती है। अगर इन हथियारों का एक बार भी इस्तेमाल किया गया तो धरती पर प्रलय आ जाएगी। रूस ने पोलैंड की सरहद पर रोबोट टैंक तैनात किए हैं। इस के साथ रूस ने पहली बार न्यूक्लियर ट्रेन की झलक दिखाई है। इस ट्रेन के जरिए रूस ने नाटो को अपनी ताकत का अहसास कराया है। रूस ने हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल का परीक्षण भी किया है। ये मिसाइल महज 13 मिनट में रूस से इंग्लैंड पहुंच सकती है। बता दें कि रूस ने प्रशांत महासागर में विवादित कुरील द्वीप पर एंटी शिप मिसाइल तैनात की है।

रूस ने काफी पहले से हथियारों की होड़ शुरू कर दी थी। राष्ट्रपति पुतिन देश को फिर से सैन्य महाशक्ति बनाने की जिद पर अड़े हुए हैं। इराक और सीरिया में आतंकी संगठन आईएस के खिलाफ जंग इसी जिद का नतीजा है। इस जंग के दौरान वो पश्चिमी देशों खासतौर पर नाटो को अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। इसी लिए रूस ने हाई स्पीड परमाणु ट्रेन का परीक्षण किया इस ट्रेन से परमाणु मिसाइल दागी जा सकती है। ट्रेन में मिसाइलें, लॉन्चर और कमांड यूनिट होगी। इस ट्रेन में बारगुजेन मिसाइल सिस्टम लगा हुआ है। जब मिसाइल लॉन्च करना होगा तो ट्रेन के कुछ डिब्बे खुल जाएंगे। और चलती ट्रेन से मिसाइल दागी जा सकेगी। इस ट्रेन के जरिए रूस अपने दुश्मनों पर  कहीं से भी परमाणु हमला कर सकता है। ये ट्रेने 2018 में रूसी सेना में शामिल हो सकती है। बता दे कि रूस के फिलहाल 12 ऐसी परमाणु ट्रेन हैं।

जिस तरह से हथियार रूस तैयार कर रहा है वैसे हथियार इस से पहले हकीकत में कभी नहीं देखे गए। ये हथियार देखऱ जेम् बॉन्ड की फिल्मों की याद आ जाएगी। ये हथियार बेहद ही घाटक हैं। इनको देखकर World War का इशारा मिलने लगा है। ट्रेन के अलावा रूस ने रोबोट टैंक भी बनाए हैं। रोबोट टैंक के रडार और सेंसर की मदद से रूसी सेना सीमा क्षेत्र पर छह मील दूर से भी हर गतिविधि पर नजर रखने में सक्षम होगी। इन टैंकों में चार रॉकेट लॉन्चर लगे हैं। जिनको सेना अपनी जरूरत के मुताबिक संचालित कर सकेगी। गौरतलब है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने रूसी सेना को पूरी तरह से आधुनिक बनाने का सपना देखा था। ये हथियार उसी सपने को पूरा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। मगर जानकार बताते हैं कि जिस तरह से रूस का दुनिया के कई देशों के साथ विवाद चल रहा है उसके मद्देनजर इतने खतरनाक हथियार तैयार करना एक बड़े मकसद की तरफ इशारा कर रहा है। क्या ये माना जाए कि तीसरा World War रूस की तरफ से शुरू होगा।

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