डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग खतरे को इतिहासकारों ने वाटरगेट से भी बुरा बताया

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में महाभियोग की घंटी घनघनाने लगी है और एक दूसरा व्हिसलब्लोअर सामने आया है, जिसके जरिए यूक्रेन के साथ ट्रंप की सौदेबाजी और उनके राजनीतिक विरोधी जो बिडेन के खिलाफ कीचड़ उछालने का उनकी तरफ से आग्रह करने की बात सामने आई है. ऐसे में अमेरिका के शीर्ष कानूनी दिमागों ने बड़े सवालों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है, जो वाशिंगटन डी.सी. में तैर रहे हैं. क्या ट्रंप द्वारा किसी दूसरे देश से कीचड़ उछालने के लिए कहा जाना महाभियोग चलाने लायक अपराध है? क्या सदन के पास ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं? अमेरिका के इतिहास में इस क्षण का क्या अर्थ है? क्या यह वह कारण है, जिसके लिए महाभियोग चलाया जाना चाहिए?
पुलित्जर पुरस्कार विजेता और न्यूयॉर्क टाइम्स के बेस्टसेलिंग प्रेसीडेंशियल इतिहासकार और पत्रकार, जॉन मीचैम ने रविवार रात एमएसएनबीसी से कहा, ‘मुझे लगता है कि यह ‘वाटरगेट’ मामले की तरह या उससे बड़ा मामला है.’ रविवार को अमेरिकी मीडिया में कानूनी विशेषज्ञों और इतिहासकारों की ओर से आई कुछ टिप्पणियों को हम यहां दे रहे हैं.
जानें पाकिस्तान के F-16 से कितना ताकतवर है भारत का राफेल
जॉन मीचैम (प्रेसीडेंशियल इतिहासकार) : ‘यह कोई भावनात्मक विषय नहीं है. यह विचार के बारे में नहीं है. यह तथ्य के बारे में है, हमें देश में एक प्रश्न का उत्तर ढूढ़ना है, और क्या हम इस तथ्य को स्वीकारने को तैयार हैं? मैं कहूंगा कि यह एंड्रू जॉन्सन से अधिक गंभीर है. एंड्र जॉन्सन के खिलाफ महाभियोग के इर्द-गिर्द के मुद्दा अस्तित्व से संबंधित थे. यह श्वेत वर्चस्व के बारे में था, गृहयुद्ध के फैसले के बारे में था. मुझे लगता है कि यह वाटरगेट के जैसा या उससे बड़ा मामला है.’