Doctors Strike : डॉक्टरों ने ममता से मिलने से किया इनकार, दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम
- बंगाल सरकार ने हड़ताली डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि मुख्यमंत्री खुद आकर उनकी समस्याओं को सुनें और बिना शर्त माफी मांगे
- एनआरएस मेडिकल कॉलेज में दो इंटर्न की पिटाई के बाद देशभर के डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं
- पश्चिम बंगाल हिंसा के बाद डॉक्टर हड़ताल पर हैं और राज्य देशभर से इसे व्यापक समर्थन मिल रहा है
- एम्स के रेसीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने ममता सरकार को मांगे मानने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मुलाकात की
लाइव अपडेट
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने प. बंगाल सरकार को एडवाइजरी जारी की।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रेसीडेंट डॉक्टर्स ने हेलमेट पहनकर अपना सांकेतिक विरोध प्रदर्शन जारी रखा है।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक वीके तिवारी ने कहा, ‘रेसीडेंट डॉक्टर्स आज हड़ताल पर हैं। उन्होंने ओपीडी और वार्ड में अपनी सेवाएं देने से मना किया है। आपातकालीन सेवाएं सामान्य तौर पर जारी हैं। हम पश्चिम बंगाल में हुई घटना की निंदा करते हैं।’
एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) सदस्यों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के प्रति आभार व्यक्त किया और गतिरोध को दूर करने के लिए उनके कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘हमें पूरी उम्मीद है कि वह इसे प्राथमिकता देते हुए इस मामले का अति शीघ्र समाधान करेंगे।’ सफदरजंग अस्पताल आरडीए के अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने भी इस मामले पर समान रुख अपनाया।
एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के सदस्यों ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की मांगें 48 घंटे के भीतर पूरी नहीं की जाती हैं तो उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘हम पश्चिम बंगाल सरकार के शत्रुतापूर्ण और अड़ियल रवैये की निंदा करते हैं। एम्स, नई दिल्ली में हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय नहीं मिल जाता।’
कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर्स की हिंसा को लेकर हड़ताल पांचवे दिन भी जारी है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से पश्चिम बंगाल में जारी डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर मुलाकात की।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के रेसीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा है कि, ‘हम हड़ताली डॉक्टरों की मांग को मानने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को 48 घंटों का अल्टीमेटम देते हैं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हमें मजबूरन एम्स में अनिश्चितकालीन हड़ताल करनी पड़ेगी।’
पश्चिम बंगाल में दो जूनियर डॉक्टरों की पिटाई के बाद उठा विवाद हड़ताल के रूप में पूरे देश में फैल रहा है। 14 जून को बंगाल में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप रहीं। इसके बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तेवर नरम पड़े और उन्होंने डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया। हालांकि उनकी बातचीत के प्रस्ताव को डॉक्टरों ने नामंजूर कर दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शनिवार को एक बार फिर डॉक्टरों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया। मगर डॉक्टरों का कहना है कि वह खुद बातचीत के लिए आएं और उनसे बिना शर्त माफी मांगे। इसी बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात की है।