डेढ़ लाख रुपये का एक शेयर, 500 करोड़ मुनाफा और डिविडेंड दिया सिर्फ ₹3

MRF ने दूसरी तिमाही में ₹3 प्रति शेयर अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया है। कंपनी ने अपनी दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया है। इसमें एमआरएफ का नेट प्रॉफिट पिछले साल की तुलना में 12.3% बढ़कर 455 करोड़ रुपये से 511.6 करोड़ रुपये हो गया है।
भारत के सबसे महंगे शेयर (indias most expensive share) ने निवेशकों को निराश कर दिया है। दरअसल, MRF ने अपनी दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं और इसके साथ ही शेयरधारकों को डिविडेंड देने का ऐलान किया है लेकिन लाभांश की यह रकम सिर्फ 3 रुपये है। एमआरएफ के बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष के लिए ₹3 प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश को भी मंजूरी दे दी है और इस डिविडेंड पेमेंट की रिकॉर्ड डेट 21 नवंबर तय की है। कंपनी ने 14 नवंबर को बाजार में कारोबार के बीच तिमाही नतीजों का ऐलान किया है।
एमआरएफ के शेयर 0.36 फीसदी की गिरावट के साथ 157740 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। सुबह यह शेयर 158475 रुपये के स्तर पर खुला और 159700 रुपये का हाई लगा दिया।
कैसे रहे MRF के तिमाही नतीजे
वित्तीय वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में एमआरएफ का नेट प्रॉफिट पिछले साल की तुलना में 12.3% बढ़कर 455 करोड़ रुपये से 511.6 करोड़ रुपये हो गया है। तिमाही के लिए राजस्व बढ़कर 7,249.6 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष के 6,760.4 करोड़ रुपये से 7.2% अधिक है। इस तिमाही में कंपनी का EBITDA पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 12% बढ़कर ₹1,090 करोड़ रहा, जबकि मार्जिन पिछले वर्ष के 14.4% से 60 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 15% हो गया।
कब मिलेगा डिविडेंड का पैसा
एमआरएफ के पात्र शेयरधारकों को 5 दिसंबर, 2025 को या उसके बाद अंतरिम डिविडेंड की रकम का भुगतान किया जाएगा।





