डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताए Skincare के नाम पर हो रहे सबसे बड़े स्कैम

क्या आपका भी दिल टूट जाता है जब कोई नया Skincare प्रोडक्ट लाखों सपने दिखाकर भी कोई असर नहीं दिखाता? अगर हां तो बता दें आज मार्केट में स्किनकेयर के नाम पर कुछ ऐसे बड़े स्कैम हो रहे हैं जिनसे आप न सिर्फ अपनी जेब बल्कि त्वचा को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाल ही में एक जानी-मानी डर्मेटोलॉजिस्ट ने इन दावों का पर्दाफाश किया है।
क्या आप भी हेल्दी और ग्लोइंग स्किन पाने के लिए तरह-तरह के स्किनकेयर प्रोडक्ट्स को आजमाते रहते हैं? अगर हां, तो हो सकता है आप भी अनजाने में Skincare के नाम पर चल रहे कुछ बड़े स्कैम्स का शिकार हो रहे हों।
जी हां, डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. जुश्या भाटिया सरीन ने एक इंस्टग्राम रील के जरिए ऐसे दावों (Beauty Industry Scams) की सच्चाई बताई है, जो सिर्फ पैसों की बर्बादी हैं और आपकी त्वचा को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। आइए जानते हैं कौन से हैं ये 4 बड़े स्कैम्स (Skincare Scams)।
स्किन लाइटनिंग सोप (Skin Lightening Soap)
बाजार में ऐसे ढेरों साबुन मिलते हैं जो रातों-रात गोरा बनाने का दावा करते हैं। इनकी पैकेजिंग इतनी अट्रैक्टिव होती है कि लोग आसानी से इनके झांसे में आ जाते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि कोई भी साबुन आपकी त्वचा के नेचुरल रंग को स्थायी रूप से नहीं बदल सकता।
डर्मेटोलॉजिस्ट की मानें, इन साबुनों में अक्सर ऐसे हार्श केमिकल्स होते हैं जो आपकी त्वचा की ऊपरी परत को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे वह पतली और सेंसिटिव हो जाती है। लंबे समय तक इनके इस्तेमाल से त्वचा में जलन, रेडनेस और यहां तक कि पिगमेंटेशन की समस्या भी हो सकती है।
फेस योगा (Face Yoga)
सोशल मीडिया पर फेस योगा का ट्रेंड खूब चल रहा है, जहां दावा किया जाता है कि कुछ खास चेहरे की एक्सरसाइज करने से झुर्रियां मिट जाती हैं और त्वचा जवान दिखती है। जबकि फेस योगा तनाव कम करने में मदद कर सकता है, डर्मेटोलॉजिस्ट्स का कहना है कि यह झुर्रियों को पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकता।
झुर्रियां मुख्य रूप से कोलेजन और इलास्टिन की कमी से होती हैं, जो बढ़ती उम्र के साथ नेचुरल रूप से कम होते जाते हैं। कुछ हद तक चेहरे की मांसपेशियों को टोन करने से शायद थोड़ा बहुत फर्क दिखे, लेकिन गहरी झुर्रियों पर इसका कोई खास असर नहीं होता, बल्कि फाइन लाइन्स की प्रॉब्लम और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
कोलेजन क्रीम (Collagen Cream)
कोलेजन हमारी त्वचा को जवां और कसा हुआ रखने वाला एक जरूरी प्रोटीन है। यही कारण है कि कोलेजन क्रीम्स बाजार में खूब बिकती हैं, लेकिन डर्मेटोलॉजिस्ट बताती हैं कि कोलेजन के मॉलिक्यूल इतने बड़े होते हैं कि वे क्रीम लगाने से त्वचा की ऊपरी परत से अंदर तक नहीं जा सकते। यानी, आप चाहे कितनी भी महंगी कोलेजन क्रीम लगा लें, वह आपकी त्वचा के अंदर जाकर कोलेजन को नहीं बढ़ाएगी।
स्किन में कोलेजन बढ़ाने के लिए सही पोषण, सप्लीमेंट्स और कुछ मेडिकल प्रोसीजर (जैसे लेजर) ज्यादा प्रभावी होते हैं। क्रीम लगाने से सिर्फ ऊपरी तौर पर नमी मिलती है, कोलेजन नहीं बढ़ता।
पील ऑफ मास्क (Peel-off Mask)
पील ऑफ मास्क एक समय में काफी पॉपुलर हुए थे, खासकर ब्लैकहेड्स हटाने के नाम पर। इन्हें लगाना और फिर निकालना एक रिलैक्सिंग एक्सपीरिएंस लग सकता है, लेकिन डर्मेटोलॉजिस्ट्स इन्हें लेकर चेतावनी देते हैं। कई पील ऑफ मास्क त्वचा से सिर्फ छोटे बाल और डेड स्किन की ऊपरी परत हटाते हैं, जिससे त्वचा अस्थायी रूप से चिकनी महसूस हो सकती है।
हालांकि, ब्लैकहेड्स या अन्य स्किन प्रॉब्लम्स पर इनका स्थायी असर नहीं होता। बल्कि, कई मास्क स्किन को बुरी तरह खींचते हैं, जिससे सेंसिटिव स्किन पर जलन और रेडनेस हो सकती है। यानी आपकी त्वचा को फायदे से ज्यादा नुकसान हो सकता है।