ठंड को लेकर मौसम विभाग जारी किया बड़ा अलर्ट, जल्द से जल्द कर बड़ी तैयारी

इस साल मानसून देरी से विदा हुआ और अब आम आदमी यह सोच रहा था कि मानसून देरी से जाने की वजह से शायद इस साल दिसंबर तक ठंड ने वो तेवर नहीं दिखाएं हैं जो हर साल देखने को मिलते हैं। हालांकि, अब भी लोगों को अक्सर कहते सुना जा सकता है कि दिसंबर से ठंड जोर पकड़ेगी और ज्यादा बारिश होने की वजह से इस साल कड़ाके की ठंग होगी। लेकिन, लोगों के अनुमान के विपरित मौसम विभाग कुछ और ही कह रहा है।
अब इसे ग्लोबल वार्मिंग कहें या और कुछ लेकिन वैश्विक स्तर पर बढ़ते तापमान के बीच भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को पूर्वानुमान व्यक्त किया कि दिसंबर से फरवरी तक इस साल सर्दियों में मौसम अपेक्षाकृत गर्म रहेगा। इसके मतलब है कि इस साल दिसंबर में भी वैसी ठंड नहीं पड़ेगी जितनी होनी चाहिए या फिर हर साल होती है।
विभाग ने जारी सर्दियों संबंधी अपने पूर्वानुमान में कहा, “दिसंबर, जनवरी, फरवरी में मौसम का औसत न्यूनतम तापमान भारत के उत्तरी छोर के हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकतर हिस्सों में औसत न्यूनतम तापमान की तुलना में गर्म रहने की संभावना है।”
विभाग 2016 से सर्दियों संबंधी पूर्वानुमान हर साल जारी कर रहा है और उसने हर बार मौसम अपेक्षाकृत गर्म रहने की भविष्यवाणी की है। 2018 वैश्विक स्तर पर मौसम सबसे गर्म था। मौसम वैज्ञानिकों ने साथ ही कहा कि दिसंबर 2019 से फरवरी 2020 तक कोर शीत लहर वाले क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अपेक्षाकृत “अधिक रहने की संभावना” है।
कोर शीत लहर क्षेत्रों में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना के अलावा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, मराठवाड़ा, विदर्भ, सौराष्ट्र और मध्य महाराष्ट्र आते हैं। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. राजीवन ने कहा कि सर्दियों में मौसम के अपेक्षाकृत गर्म रहने का कारण ग्लोबल वामिर्ग है।