विजय शंकर ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वन-डे में ऑलराउंड प्रदर्शन किया और टीम इंडिया को रोमांचक मुकाबले में 8 रन की जीत दिलाई। शंकर ने बल्लेबाजी करते समय 46 रन की उम्दा पारी खेली जबकि गेंदबाजी में गजब का अंतिम ओवर किया और दो विकेट लेते हुए भारत को 2-0 की बढ़त दिलाई।
तमिलनाडु के ऑलराउंडर ने अंतिम ओवर की जिम्मेदारी संभालते हुए पहली ही गेंद पर खतरनाक मार्कस स्टोइनिस को एलबीडब्ल्यू आउट किया। इसके बाद ओवर की तीसरी गेंद पर उन्होंने एडम जंपा को क्लीन बोल्ड करके भारत की जीत पर मुहर लगाई।
मैच के बाद शंकर ने कहा, ‘मैंने पहले महंगा ओवर किया था, जिसके बाद अपने आप को साबित करने का मौका मिला। शंकर ने अपने पहले ओवर में 13 रन खर्च किए थे। उन्होंने कहा, मैं इस तरह के मौके के इंतजार में था। मैं दबाव में गेंदबाजी करना चाहता था ताकि अगर मैंने प्रदर्शन किया तो वो मुझ पर भरोसा करेंगे। मैं इस चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार था।’
विजय शंकर ने साथ ही कहा, ’43वें ओवर के करीब मैं अपने आप से बोल रहा था कि पारी का आखिरी ओवर करूंगा और इसके लिए खुद को तैयार कर रहा था। मानसिक रूप से स्पष्ट रहने की जरूरत है। मैंने अपने बेसिक्स का ध्यान रखा। स्टंप्स पर गेंद रखी और थोड़ी रिवर्स स्विंग भी मिली।’
शंकर ने बताया कि दबाव में आखिरी ओवर करने में कैसा महसूस हुआ। उन्होंने कहा, ‘जब आप अपने देश के लिए खेल रहे होते हो तो टीम की जरूरत के हिसाब से हमेशा तैयार रहना होता है। मैंने हमेशा अपने आप से कहा कि जब भी मौका आए तो प्रदर्शन करना है। मैंने अपने मौके को भुनाया।’