टीकाकरण केंद्र पर पांच कर्मचारियों की होगी टीम, ये 5 चरण होंगे अहम, पढ़े पूरी खबर

कोरोना वायरस के संभावित टीकाकरण के मद्देनजर दिल्ली के तीन अस्पतालों में ड्राइ रन जारी है।  शनिवार को शाहदरा जिले के दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल, मध्य दिल्ली के दरियागंज स्थित पीएचसी और दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के द्वारका स्थिति वेंकटेश्वर अस्पताल में टीके का ड्राई रन शुरू हुआ। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगले कुछ दिनों के दौरान दिल्ली के लोगों के लिए कोरोना का टीका उपलब्ध होगा। इसके मद्देनजर टीकाकरण की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। इसी कम्र में अब तक हुई तैयारियों का परीक्षण किया जा रहा है। इमें एक बड़े सरकारी अस्पताल, दूसरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व तीसरा निजी अस्पताल का टीकाकरण केंद्र को शामिल करना है। इस ड्राइ रन में देखा जा रहा है कि को-विन (एप) में लोगों के पंजीकरण, टीकाकरण के लिए मोबाइल पर मैसेज भेजने और टीकाकरण के बाद इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण पत्र जारी करने के काम में कोई तकनीकी परेशानी तो नहीं आ रही है। यदि कोई तकनीकी खामी पाई जाती है, तो उसे दूर किया जाएगा।

इसी के साथ उन सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाए जा रहे हैं, जहां पर टीकाकरण होना है। इसलिए टीका सीसीटीबी के निगरानी में रखा जाएगा।  दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली में पहले से मौजूद 47 टीकाकरण केंद्रों में से 30 जगहों पर तीन कमरे मौजूद हैं। 17 जगहों पर कमरे की विस्तार की व्यवस्था की जा रही है। टीकाकरण केंद्र पर पांच कर्मचारियों की टीम होगी। उन्हें सौंपे गए दायित्व के अनुसार मॉक ड्रिल में भूमिका निभानी होगी।

टीकाकरण के पांच चरण

1. टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर सबसे पहले अपना नाम बतना, डाटा एंट्री।

2. पहले से पंजीकृत डाटा के अनुसार टीकाकरण के लिए पहुंचे व्यक्ति की पहचान।

3. वैक्सीनेटर द्वारा टीकाकरण।

4. टीका लगने के बाद 30 मिनट ऑब्जर्वेशन रूम में ठहरना होगा।

5. टीकाकरण के बाद इलेक्ट्रॉनिकल प्रमाण पत्र जारी होगा।

6. ऑब्जर्वेशन में कोई दुष्प्रभाव सामने आने पर इलाज होगा

1000 केंद्रों पर किया जा सकता है टीकाकरण 

बताया जा रहा है कि दिल्ली में कोरोना वैक्सीन रखने और टीकाकरण संबंधी सभी इंतजाम कर लिए गए हैं।  दिल्ली में 1000 से भी अधिक वैक्सीन सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है। यह वैक्सीन सभी दिल्ली वालों को निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

Back to top button