जीत के बावजूद टीम इंडिया के कैप्टन विराट की बढ़ी एक नहीं तीन- तीन मुश्किलें

भले ही टीम इंडिया ने शानदार अंदाज में साल 2020 का आगाज किया हो, लेकिन बावजूद इसके कप्तान विराट कोहली का सिरदर्द बढ़ चुका है। टीम मैनेजमेंट के सामने परेशानी खड़ा करने वाले और कोई नहीं बल्कि भारतीय खिलाड़ी ही हैं। टीम के पास अधिक विकल्प की समस्या पैदा हो गई है। हालांकि विराट की माने तो उन्हें इससे ज्यादा परेशनी नहीं हैं, लेकिन फिर क्यों उन्होंने सीरीज जीत के बाद ऐसा कहा कि वह खिलाड़ियों को एक-दूसरे के सामने खड़ा करने में यकीन नहीं करते।

दरअसल, सीमित ओवर्स में टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा को श्रीलंका के खिलाफ आराम दिया गया था। हिटमैन की गैरमौजूदगी में पारी की शुरुआत शिखर धवन ने बेहतरीन अंदाज में की। सीरीज में केएल राहुल के साथ ओपनिंग का जिम्मा संभालते हुए उन्होंने एक हाफ सेंचुरी लगाई। अब विराट के सामने यह समस्या है कि वह वर्ल्ड टी-20 में रोहित शर्मा के साथ शिखर धवन या केएल राहुल में से किसे पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी सौंपे।
पुणे में श्रीलंका के खिलाफ तीन मैच की टी-20 श्रृंखला 2-0 से जीतने के बाद कोहली ने कहा कि, ‘ये तीनों ही शानदार खिलाड़ी हैं। अब बात यहां आकर थमती है कि कौन बेहतर बल्लेबाजी कर रहा है। रोहित नियमित रूप से टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों को खिलाड़ियों को एक-दूसरे खिलाफ रखना बंद कर देना चाहिए। हमें इस बात पर खुश होना चाहिए कि इतने खिलाड़ी टीम को जीत दिलाने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं न कि एक खिलाड़ी के खिलाफ दूसरे को खड़ा करना चाहिए और मैं इस पर यकीन नहीं करता।
पुणे में जीत के बाद कोहली काफी खुश नजर आए। विराट ने कहा, ‘हमने सही ट्रैक पर शुरुआत की है। यह साल का सही आगाज है। एक मैच में हमने लक्ष्य का पीछा किया तो दूसरे में हमने पहले बल्लेबाजी की। हम ऐसी टीम नहीं चाहते जो पहले बल्लेबाजी करे तो स्थायी ना हो। हम बाद में बल्लेबाजी करते हुए जिस विश्वास से खेलते हैं, वैसे ही पहले बल्लेबाजी करते हुए भी खेलना हैं। हम हर हाल में उसी रवैये के साथ बल्लेबाजी करना चाहते हैं।’
पुणे में खेले गए तीसरे और आखिरी टी-20 में टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत तो बेहद शानदार रही। केएल राहुल ने 36 गेंदों में 54 रन ठोके तो चोट के बाद वापसी कर रहे शिखर धवन ने 36 गेंदो में 52 रन बनाए। पहले विकेट के लिए 97 रन की ओपनिंग साझेदारी के बूते ही टीम इंडिया को तेज शुरुआत मिली हालांकि मध्यक्रम लड़खड़ा गया, लेकिन पारी के अंत में मनीष पांडे और शार्दुल ठाकुर ने तेज-तर्रार बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को 200 के पार पहुंचाया।
इस आखिरी टी-20 में भारतीय टीम ने 78 रन से जीत हासिल की। 201/6 के जवाब में पूरी श्रीलंकाई टीम 123 रन पर ही सिमट गई। भारतीय गेंदबाजों के सामने लंकाई शेर 15.5 ओवर ही टिक पाए। युवा पेसर नवदीप सैनी को तीन तो शार्दुल ठाकुर और स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर को 2-2 विकेट मिले। कमर में चोट से वापसी कर रहे भारतीय बेस बैटरी के अगुवा जसप्रीत बुमराह को एक सफलता मिली। इंदौर में भी भारत सात विकेट से जीता था। हालांकि गुवाहाटी का मुकाबला बारिश के कारण नहीं हो पाया था।