जिस्म बेच कर कमाई थी लाखों रुपये, नोट गिनते-गिनते हो गई मौत
घटना कानपुर के जूही थानाक्षेत्र स्थित परम पुरवा इलाके की है। यहां सन्नो नाम की महिला अकेले ही घर में रहती थी। लोग उन्हें मोटी खाला के नाम से पुकारते थे।
मोहल्ले में बहुत चर्चित थी। पड़ोसियों के अनुसार, उन्होंने एक-एक रुपए जोड़कर बुढ़ापे के लिए जमा किए थे और उसी से वह अपना जीवन-यापन करती थी। लोगों की मानें तो जब सन्नो को इस बात की भनक लगी कि अब 1000 और 500 रुपए के नोट नहीं चलेंगे तो परेशान हो गई।
इसके बाद वह रुपए के बंडल को बाहर निकालकर गिनने लगी। नोट गिनते वक्त ही उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। शव के पास नोट बिखरे पड़े थे, कुछ की गड्डियां बनी थी। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सभी नोट अपनी कस्टडी में ले लिया। मौत की सूचना पर रत्तू पुरवा (महिला का पुश्तैनी गांव) से कुछ लोग आए और उनका वारिस बताने लगे।
लोगों ने कहा- पहले करती थी देह व्यापार का धंधा- क्षेत्र में रहने वाले राजा के मुताबिक, सन्नो बीते 20 साल से अकेले ही रह रही थी।
‘मेरी जानकारी में इस बीच कोई भी उसका रिश्तेदार या वारिस उससे मिलने कभी नहीं आया।’
जब उनके पास ये रुपए निकले तो लोग सन्नो को अपना वारिस बताने लगे। राजा की मानें तो यह कुछ साल पहले देह व्यापर का काम करती थी। उसके घर पर लोगों का आना-जाना लगा रहता था। सन्नो की ननद मुन्नी के मुताबिक, इनका भाई निहाल लखनऊ में प्राइवेट काम करता है, हम लोगों ने इनसे इसलिए संबंध ख़त्म कर लिए थे, क्योंकि ये देह व्यापर का काम करती थी। हालांकि, हम इनको सुपुर्दे खाक करेंगे, क्योंकि हम इनके वारिस हैं। इनके शव को लावारिश नहीं होने देंगे।
जूही थानाध्यक्ष रामलाल पांडेय ने बताया, सन्नो के घर से 2 लाख 69 हजार रुपए मिले हैं। जब हम लोग घर के अंदर पहुंचे तो महिला के अगल-बगल नोट बिखरे पड़े थे। कुछ नोटों की गड्डियां बनी रखी थी। इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिला को नोट गिनते-गिनते हार्ट अटैक आया होगा।
पांडेय के मुताबिक, कुछ लोग इनके वारिस बनकर आए थे, जिन्हें जांच के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया। बरामद पैसे को अभी पुलिस कस्टडी में रखा गया है।
newsmantan.com से साभार…