जिंदगी और मौत से लड़ रही थी मां, मैनेजर ने कराया अस्पताल से काम, कर्मचारी की दर्दभरी कहानी वायरल

एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बताया कि उसकी मां कोमा में थीं, लेकि इसके बाद भी मैनेजर ने उससे अस्पताल से ही काम कराने का दबाव डाला। अब उसकी कहानी वायरल हो गईं है।
Viral News: कॉर्पोरेट दुनिया से अक्सर ऐसी खबरें सामने आती हैं, जो वहां कर्मचारियों के साथ होने वाली बेरहमी को दिखाती हैं। अब एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने ऐसी ही कहानी सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जो वायरल हो गई है। दरअसल, सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मां कोमा में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही थी, लेकिन उसकी कंपनी अस्पताल से काम करने का दबाव बना रही थी। इस घटना ने लोगों को हिलाकर रख दिया है।
बॉस ने अस्पताल से काम करने का बनाया दबाव
एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सोशल मीडिया पर अपनी दर्द से भरी कहानी पोस्ट की है। उसने बताया है कि उसकी कोमा में थी, फिर उसके मैनेजर ने उस अस्पताल से काम करने का दबाव बनाया। इंजीनियर ने बताया कि उसकी मां डायबिटीज की वजह से अचानक बेहोश हो गईं और कोमा में चली गईं। उस समय ऑफिस में स्प्रिंट का आखिरी सप्ताह था, इसलिए कुछ काम अधूरे रह गए थे। उसने मैनेजर को पूरी जानकारी दी और कहा कि वो दो दिन की छुट्टी लेकर अस्पताल में रुक रहा है।
ठीक होने के बाद मां फिर चली गईं कोमा में
इलाज से ठीक होने के बाद उसकी मां फिर कोमा में चली गईं। उसे एक बार फिर अस्पताल जाना पड़ा। अब इस बीच मैनेजर ने उससे कहा कि वह लैपटॉप लेकर अस्पताल से ही काम करे, क्योंकि काम उसके बिना रुक जाएगा। उसने बताया कि वो वेटिंग एरिया में बैठकर कोड लिखने की कोशिश की, जबकि उसकी मां बेहोश थी और नर्सें इधर-उधर भागदौड़ कर रही थीं। इंजीनियर ने बताया कि इमोशनली वह टूट चुका था और थका हुआ था। काम में ध्यान भी नहीं लग रहा था।
असहाय महसूस कर रहा था कर्मचारी
चार दिन तक अस्पताल से काम किया, लेकिन वह अपना काम पूरा नहीं कर पा रहा था। इसके बाद उल्टा उस पर KT सत्र (KT (knowledge transfer) sessions लेने का दबाव डाला जाने लगा, ताकि उसके काम को किसी और को दिया जा सके। वह घर की ऐसी स्थिति और ऑफिस के दबाव में फंसकर असहाय महसूस कर रहा था। वह दुआ कर रहा था कि उसकी मां ठीक हो जाए और वह जल्दी से इस मुश्किल से निकल जाए। इस पोस्ट पर लोग तरह-तरह प्रतिक्रिया दे रहे हैं।





