जाने भविष्य में भारतीय रेल कैसी होगी, रांची और अंबाला में दिखेगी झलक

सन् 1853 में देश की पहली ट्रेन पटरियों पर उतरी तो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि देश का रेल नेटवर्क एशिया का दूसरा बड़ा नेटवर्क बन जाएगा, वहीं विश्व के बड़े नेटवर्क में शुमार होगा। रेलवे के इतिहास की जानकारियां और भविष्य में भारतीय रेल कैसी होगी, इसके लिए देश में रांची और अंबाला मंडल को चुना गया है, जहां पर राष्ट्रीय स्तरीय रेल प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।

अंबाला छावनी के एसडी कॉलेज में दो दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ 21 जुलाई को रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी करेंगे। इस प्रदर्शनी में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित तमाम हस्तियों को भी न्योता दिया गया है। रांची में यह मेला 14 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में जहां रेल इंजन, कोच के आधुनिकीकरण, रेल पहियों के नवीनीकरण, रेल ट्रांसपोर्ट, टनल वर्क, ब्रिज बनाने की प्रक्रिया, रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन, तकनीक आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।

वहीं 103 सुरंगें, 869 पुल और 900 मोड़ वाले विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला रेलमार्ग के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इस सेक्शन पर दौड़ने वाली लग्जरी कोच वाली सिटी 14 झरोखा, आरए 100 और रेल मोटर कार के बारे में भी बताया जाएगा। इस रेल मार्ग के दोनों ओर हरियाली है और यह नजारा यात्रियों को काफी आकर्षित करता है।

IRCTC भी इस प्रदर्शनी में बताएगी कि कैसे रेल यात्रियों तक खाना पहुंचाने की व्यवस्था की जाती है। इसी तरह रेलवे संरक्षा को लेकर क्या उपाय किए गए हैं, कैसे इनको समय-समय पर डवलप किया गया, यह भी जनता के सामने रखा जाएगा। इसी समारोह में मानव रहित लेवल क्रॉसिंग का 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाले रेलवे जीएम, इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य में लक्ष्य हासिल करने, कुंभ मेले के सफल आयोजन में बेहतर योगदान देने वालों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा इस प्रदर्शनी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा।

ये जोन होंगे प्रदर्शनी में शामिल

इस प्रदर्शनी में रेलवे के पांच जोन सहित रेलवे की 16 यूनिट्स अपनी उपलब्धियां व योजनाएं बताएंगे। इनमें उत्तर रेलवे, उत्तर पूर्व रेलवे, उत्तर पश्चिम रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे ने अपने-अपने जोन में क्या किया और आगामी योजना क्या है, इसे माडल के जरिये दिखाया जाएगा।

इसके अलावा माडर्न कोच फैक्ट्री में किस तरह से रेल डिब्बे बनाती है और क्या योजनाएं हैं, इसे भी दर्शाया जाएगा। इसी प्रकार डीजल लोकोमोटिव वक्र्स, डीजल लोको माडर्नाजेशन वक्र्स, रेल कोच फैक्ट्री, रिसर्च डिजाइन एंड स्टेंडर्डस आर्गेनाइजेशन, रेलवे व्हील फैक्ट्री, राइट््स, आइआरसीओएन, IRCTC, नेशनल रेल म्यूजियम शामिल हैं।

पेंटिंग और फोटोग्राफ भी प्रदर्शित किए जाएंगे

इस प्रदर्शनी में विभिन्न प्रतियोगिताओं में जीतने वालों की पेंटिंग, फोटोग्राफ प्रदर्शित किए जाएंगे। इसके अलावा किसी विशेष प्रोजेक्ट, ट्रेन, इंजन का माडल भी दिखाया जाएगा। रेलवे के प्रोजेक्ट, सफाई व्यवस्था, जनसुविधाओं, तकनीक के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा स्थानीय हस्तकला का प्रदर्शन तो होगा साथ ही मनोरंजन, बच्चों के लिए गेम जोन, सेल्फी जोन भी बनाए जाएंगे।

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