जानलेवा साबित हो सकता है ‘डेंगू हेमरेजिक फीवर’

बरसात का मौसम आते ही कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है जिनमें सबसे ऊपर नाम आता है डेंगू का। सामान्य डेंगू तो ठीक हो जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका एक खतरनाक रूप भी है जिसे Dengue Hemorrhagic Fever कहते हैं? बता दें यह इतना जानलेवा हो सकता है कि अगर समय पर इलाज न मिले तो जान भी जा सकती है।

बारिश का मौसम जहां एक ओर ठंडक और ताजगी लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है। इन्हीं में से एक है डेंगू, जो मच्छर के काटने से फैलता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि डेंगू का एक और घातक रूप होता है जिसे डेंगू हेमरेजिक फीवर (Dengue Hemorrhagic Fever) कहा जाता है? यह सामान्य डेंगू से कहीं ज्यादा जानलेवा हो सकता है। ऐसे में, आइए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि किन लोगों को इसका ज्यादा जोखम रहता है और बचाव के लिए आप कौन-से तरीके अपना सकते हैं।

क्या होता है डेंगू हेमरेजिक फीवर?
डेंगू हेमरेजिक फीवर, डेंगू वायरस का एक गंभीर रूप है। यह स्थिति तब होती है जब शरीर की ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाती हैं और प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से गिरने लगती है। इससे अंदरूनी ब्लीडिंग, ऑर्गन फेलियर और यहां तक कि समय रहते इलाज न मिलने पर जान भी जा सकती है।

किन्हें होता है ज्यादा खतरा?
डेंगू हेमरेजिक फीवर किसी को भी हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है।

बच्चे और बुजुर्ग
जिन्हें पहले भी डेंगू हो चुका हो
कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग
प्रेग्नेंट महिलाएं
ऐसे इलाके में रहने वाले लोग जहां डेंगू बहुत आम है
पुरानी बीमारियों से ग्रस्त मरीज, जैसे कि डायबिटीज, किडनी या लिवर की समस्या

डेंगू हेमरेजिक फीवर के लक्षण
डेंगू हेमरेजिक फीवर के लक्षण सामान्य डेंगू जैसे ही शुरू होते हैं, लेकिन कुछ दिन बाद ये और खतरनाक रूप ले लेते हैं। आइए जानें।

तेज बुखार (104°F तक)
सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द
मांसपेशियों और जोड़ो में तेज दर्द
शरीर पर लाल चकत्ते
नाक, मसूड़ों या स्किन से खून बहना
उल्टी या मल में खून आना
पेट में तेज दर्द
प्लेटलेट्स का तेजी से गिरना

कैसे करें डेंगू हेमरेजिक फीवर से बचाव?
डेंगू हेमरेजिक फीवर से बचाव का सबसे बेहतर तरीका है, मच्छरों से बचना। इसके लिए आप यहां दिए गए कुछ जरूरी उपाय अपना सकते हैं।

मच्छरदानी का यूज करें, खासकर सोते समय।
पूरी बाजू के कपड़े पहनें, ताकि त्वचा ढकी रहे।
घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि वहीं मच्छर पनपते हैं।
कूलर, बाल्टी, गमले आदि की रेगुलर सफाई करें।
मच्छर भगाने वाले स्प्रे का इस्तेमाल करें।
गर्मियों और बरसात में खास सावधानी बरतें।

डेंगू हेमरेजिक फीवर का इलाज
डेंगू हेमरेजिक फीवर का कोई खास एंटीवायरल इलाज नहीं है, लेकिन इसका समय रहते पता चल जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। डॉक्टर द्वारा दिए गए सपोर्टिव ट्रीटमेंट, जैसे कि IV ड्रिप, प्लेटलेट्स की निगरानी, बुखार और दर्द के लिए पैरासिटामोल, गंभीर मामलों में ICU देखरेख काफी मददगार साबित हो सकती है।

ध्यान रहे, इस बुखार में आप खुद से कोई दवाएं न लें, खासकर एस्पिरिन या ब्रूफेन जैसी दवाएं, क्योंकि इनसे ब्लीडिंग का खतरा और ज्यादा बढ़ सकता है। ऊपर बताए गए लक्षण दिखने पर सबसे पहले तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, इसके बाद ब्लड टेस्ट (CBC, प्लेटलेट काउंट) कराएं। इसके अलावा भरपूर पानी पिएं और जितना हो सके आराम करें।

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