जरूरत से ज्यादा लाड़-प्यार बिगाड़ सकता है बच्चों का भविष्य

हर माता-पिता अपने बच्चे को खुश और सुरक्षित रखना चाहते हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा लाड़-प्यार उसे बिगाड़ सकता है। इसलिए पेरेंट्स को यह पता होना चाहिए कि उन्हें बच्चे को कब और कैसे ट्रीट करना है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कैसे समय रहते अपनाएं बच्चों के लिए संतुलित परवरिश।

हर माता-पिता अपने बच्चे को खुश और सुरक्षित देखना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि उनका बच्चा किसी भी चीज की कमी महसूस न करे। लेकिन कभी-कभी ज्यादा लाड़-प्यार और सुविधाएं देने से आपका बच्चा बिगड़ भी सकता है।

दरअसल, जब पेरेंट्स अपने बच्चों की हर इच्छा पूरी करते हैं, अनुशासन लागू नहीं करते, और हर परेशानी से बचाने की कोशिश करते हैं, तो बच्चा जिम्मेदारी से दूर होने लगता है। ऐसे में वह न तो धैर्य सीखता है, न ही असफलताओं का सामना करने के लिए तैयार होता है।अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे में ज़िद, अनुशासनहीनता, या हर चीज़ तुरंत पाने की आदत विकसित हो रही है, तो नीचे बताए गए इन संकेतों पर ध्यान दें।

हर डिमांड तुरंत पूरी करना
अगर आपका बच्चा कुछ भी मांगता है और आप बिना सोचे-समझे तुरंत उसे पूरा कर देते हैं, तो यह संकेत है कि वह धैर्य खो रहा है। बच्चों को यह सिखाना जरूरी है कि हर चीज तुरंत नहीं मिल सकती।

‘ना’ सुनने की आदत नहीं होना
अगर बच्चा आपकी ‘ना’ को स्वीकार नहीं कर पाता और ज़िद करने लगता है, तो यह एक चेतावनी है कि उसे सीमाएं समझाने की जरूरत है।

अनुशासन की कमी
अगर आप बच्चे को उसकी गलतियों पर सुधारने का मौका नहीं देते या नियमों का पालन करवाने में ढील बरतते हैं, तो वह लापरवाह हो सकता है।

छोटी-छोटी जिम्मेदारियों से बचना
अगर बच्चा अपनी उम्र के अनुसार छोटे-छोटे काम (जैसे खिलौने समेटना, स्कूल बैग तैयार करना) करने से कतराता है और आप उसकी हर जिम्मेदारी खुद उठाते हैं, तो वह आत्मनिर्भर नहीं बन पाएगा।

हर गलती पर बचाव करना
अगर बच्चा गलती करता है और आप उसे सजा या सीख देने के बजाय हर बार उसका बचाव करते हैं, तो वह अपनी गलतियों को स्वीकारना नहीं सीखेगा।

इमोशनल ब्लैकमेल का इस्तेमाल करना
अगर बच्चा रोकर, गुस्सा करके या जिद पकड़कर अपनी हर मांग मनवा लेता है और आप हर बार झुक जाते हैं, तो यह संकेत है कि वह इस आदत को अपनी ताकत बना रहा है।

हार या असफलता को सहन न कर पाना
अगर बच्चा हारने पर बुरी तरह से रोता है या ग़ुस्सा करता है,और आप हर हाल में उसे जिताने की कोशिश करते हैं, तो वह चुनौतियों का सामना करना नहीं सीखेगा।

घर के नियमों को अनदेखा करना
अगर बच्चा घर के नियमों को तोड़ता है और आप उसे रोकते नहीं, तो वह फ्यूचर में अनुशासनहीन व्यवहार दिखा सकता है।

गलतियों को नजरअंदाज कर सिर्फ प्रशंसा करना
अगर आप हर बार बच्चे की तारीफ करते हैं, चाहे उसने गलती ही क्यों न की हो, तो वह वास्तविकता से दूर हो सकता है।

जरूरत से ज्यादा सुविधाएं देना
अगर आप बच्चे को हर समय नए खिलौने, गिफ्ट्स और महंगी चीज़ें देते हैं, तो वह चीज़ों की कद्र करना नहीं सीखेगा और हर बार अधिक की उम्मीद करेगा।

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