सबसे बड़ा खुलासा, अपने ही दे रहे धोखा, इसलिए जा रही देश के जवानों की जान

जम्‍मू कश्‍मीर। जम्‍मू कश्‍मीर में पिछले 15 दिन में दो बार सेना के स्‍थानीय सूत्रों की दगाबाजी के चलते ऑपरेशन पर गए जवान आतंकियों के जाल में फंस गए है। इससे पहले सेना पर हाल ही हुए आंतकी हमलों के पीछे एक बड़ी वजह को माना जा रहा है। आतंकी कार्रवाई में सेना की यूनिटों की दगाबाजी मंहगी पड़ रही है।मोदी सरकार की नई योजना, जनधन अकाउंट वालों को मिलेंगे 2-2 लाख रुपए

जम्‍मू कश्‍मीर में जानकारी गलत

जम्‍मू कश्‍मीर में जानकारी गलत निकलने से छह जवान शहीद

मेल टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 15 दिन में दो बार सेना के स्‍थानीय सूत्रों ने दगाबाजी की। इसके चलते ऑपरेशन पर गए जवान आतंकियों के जाल में फंस गए। सूत्रों की माने तो हाजिन और शोपियां में खबरी की जानकारी गलत निकलने से छह जवान शहीद हुए। जबकि केवल एक आतंकी मारा गया।बड़ी खबर: 1 मार्च से ये बड़ी बैंके ग्राहकों को देने जा रही है सबसे बड़ा झटका…

शोपियां में तीन आतंकी शहीद हुए थे और एक अन्‍य गंभीर रूप से घायल हुआ था। यहां पर पेट्रोलिंग के बाद लौट रही 44 राष्‍ट्रीय राइफल के दस्‍ते पर हमला किया गया था। सेना के जवान खुफिया जानकारी के आधार पर सर्च ऑपरेशन पर गए थे। पहले भी गलत सूचना के चलते बांदीपुरा के हाजिन में मुठभेड़ में तीन जवानों की जान जा चुकी थी।

सेना को शोपियां के बारे में खबर मिली थी कि वहां पर कुछ आतंकी छुपे हुए हैं। लेकिन वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद जब जवान वापस लौटने लगे तो उन पर हमला हो गया था। मेल टूडे ने सूत्र के हवाले से लिखा है, ”यह वास्‍तव में एक जाल था जिसमें जवानों पर बड़ी तैयारी से हमला किया गया। सेना इसके लिए तैयार नहीं थे और आतंकी लगभग पूरी तैयारी से आए थे। आतंकियों ने आते ही अंधाधुंध गोलीबारी की।” हिजबुल मुजाहिदीन ने हमले की जिम्‍मेदारी ली थी। एक वीडियो भी जारी किया था। जिसमें हथियारबंद लोग हमले का जश्‍न मना रहे होते हैं।

वहीं हाजिन में पुलिस और सेना ने मिलकर ऑपरेशन चलाया था। खबरी ने जो सूचना दी थी। उसमें बताया था कि घर में एक आतंकी मौजूद है। लेकिन जब सुरक्षाबलों ने पूरी बिल्डिंग को घेर लिया तो आतंकियो ने आजू-बाजू से गोलीबारी करना शुरू कर दिया। इस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था। पिछले दो महीनों में सेना ने लगभग 15-20 ऑपरेशन किए हैं और इनमें दर्जनभर आतंकी मारे गए हैं।

Back to top button